मुंबई के बोट हादसे में नौसेना चालक के खिलाफ FIR दर्ज, सामने आया घटना का वीडियो
महाराष्ट्र में मुंबई तट के पास बुधवार को स्पीड बोट के यात्री नाव से टकराने के मामले में नौसेना चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। कोलाबा पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं के तहत लापरवाही और जान को खतरे में डालने के आरोप में FIR दर्ज की है। मामला मुंबई के साकीनाका निवासी पीड़ित नाथाराम चौधरी की शिकायत पर दर्ज हुआ। हादसे में 13 लोगों की जान गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
हादसे में पीड़ितों के लिए मुआवजे की घोषणा
बुधवार को हुए हादसे में 7 पुरुष, 4 महिलाएं और 2 बच्चों की मौत हुई, जिसमें 2 नौसेना के कर्मचारी हैं। पुलिस ने 10 पीड़ितों की पहचान की है, जबकि 2 महिलाएं और एक पुरुष की पहचान नहीं हो सकी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री राहत कोष से 5-5 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की। राज्य सरकार और भारतीय नौसेना ने अलग-अलग जांच के आदेश दिए हैं।
क्या बोला प्रत्यक्षदर्शी?
मुंबई पोर्ट ट्रस्ट (MBPT) के एक बोट पायलट ने बताया कि उसने अपने जीवन में पहले कभी ऐसी घटना नहीं देखी। बुधवार को उसने घटनास्थल पर लोगों को रोते, चिल्लाते और मदद मांगते सुना। घटनास्थल पर बचाव के लिए सबसे पहले पहुंचने वाले पायलटों में शामिल आरिफ बामने ने बताया कि सबसे पहले महिलाओं और बच्चों को बचाया गया। उन्होंने बताया कि उनको नियंत्रण कक्ष से निर्देश मिला, जिसके बाद वे 4 नाव लेकर पहुंचे। उन्होंने 25 लोगों को बचाया।
कैसे हुआ था हादसा?
मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया से बुधवार शाम करीब 5 बजे नीलकमल नाम की नाव 100 से अधिक पर्यटकों को एलीफेंटा गुफाओं की ओर ले जा रही थी। तभी भारतीय नौसेना का स्पीड बोट तेजी से नाव की तरफ आया और उससे टकरा गया। टक्कर के बाद यात्री नाव पलट गई, जिसमें 13 लोगों की मौत हो गई। नौसेना ने माना है कि उनके जहाज के इंजन में खराबी के कारण दुर्घटना हुई होगी। इंजन की जांच चल रही है।