महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री बोले- लॉकडाउन की तरफ बढ़ रहा राज्य
क्या है खबर?
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने आज कहा कि राज्य लॉकडाउन की तरफ बढ़ रहा है और अगर कोरोना वायरस के संक्रमण की स्थिति में सुधार नहीं होता तो लॉकडाउन लगाना पड़ सकता है।
उन्होंने कहा कि अभी वह लॉकडाउन के पक्ष में नहीं हैं और उन्हें आशा है कि इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्होंने राज्य में वैक्सीन की कमी का मुद्दा भी उठाया और कहा कि महाराष्ट्र को अन्य राज्यों के मुकाबले कम खुराकें मिल रही हैं।
बयान
लॉकडाउन से पहले वायरस को काबू कर पाए तो खुश होंगे- टोपे
NDTV के साथ इंटरव्यू में टोपे ने कहा, "हम लॉकडाउन की तरफ बढ़ रहे हैं, लेकिन मैं उम्मीद करता हूं कि हमें ऐसा करना नहीं पड़ेगा। अगर इससे पहले हम वायरस को काबू में कर पाए, हम खुश और संतुष्ट होंगे। हम अच्छे की उम्मीद कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा कि वह अभी लॉकडाउन के पक्ष में नहीं हैं, लेकिन अस्पतालों के भरने और डॉक्टरों और दवाइयों की कमी होने पर ऐसा करना अनिवार्य हो जाता है।
लॉकडाउन
"ट्रांसमिशन की चेन को तोड़ने के लिए कम से कम 15 दिन का लॉकडाउन अनिवार्य"
लॉकडाउन का मकसद समझाते हुए टोपे ने कहा, "लॉकडाउन का मकसद (ट्रांसमिशन की) चेन को तोड़ना होता है। दुनियाभर में ऐसा देखा गया है कि कम से कम 15 दिन से तीन हफ्ते तक का लॉकडाउन अनिवार्य है और इसका कड़ाई से पालन होना चाहिए। इतने समय में ही इसका अच्छा प्रभाव पड़ सकता है।"
मामलों में वृद्धि पर उन्होंने स्वीकार किया कि जनता में 'चलता है' का रवैया घर कर गया है और इसकी वजह से लापरवाही हुई है।
आरोप
टोपे का आरोप- महाराष्ट्र को मिल रहीं कम खुराकें
राज्य में वैक्सीन की कमी पर बोलते हुए टोपे ने आज फिर कहा कि राज्य को गुजरात जैसे भाजपा शासित प्रदेशों के मुकाबले जनसंख्या के अनुपात में कम खुराकें मिल रही हैं।
उन्होंने कहा, "देश के 60 प्रतिशत सक्रिय मामले अभी महाराष्ट्र में हैं। हमारे यहां पांच लाख सक्रिय मामले हैं, वहीं गुजरात में महज 17,000 सक्रिय मामले हैं।"
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र को हर हफ्ते 40 लाख और हर महीने 1.6 करोड़ खुराकें चाहिए।
वैक्सीन की कमी
वैक्सीन की कमी को लेकर विवादों में है महाराष्ट्र
बता दें कि वैक्सीन की कमी के दावे को लेकर पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र सरकार और केंद्र सरकार आमने-सामने हैं। राज्य सरकार ने बुधवार को दावा किया था कि उसके पास केवल तीन दिन लायक खुराकें बची हैं और खुराकों की कमी के कारण कई वैक्सीनेशन केंद्रों को बंद करना पड़ा है।
बृह्नमुंबई महानगरपालिका (BMC) के अनुसार, उसे मुंबई के 120 में से 71 वैक्सीनेशन केंद्रों को वैक्सीन की कमी के कारण बंद करना पड़ा है।
कोरोना का कहर
दूसरी लहर के कारण महाराष्ट्र में स्थिति खराब
कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र इस समय संक्रमण की दूसरी लहर का सामना कर रहा है जो पहली लहर से भी अधिक भीषण है। इसमें एक दिन में 57,000 नए मामले सामने आ चुके हैं जो पहली लहर के चरम के दोगुने से भी अधिक है।
यहां अब तक 32,29,547 लोगों को संक्रमित पाया जा चुका है और 57,028 लोगों की मौत हुई है। सक्रिय मामलों की संख्या 5.23 लाख है और इंतजाम कम पड़ने लगे हैं।