महाराष्ट्र: संजय राउत के भाई समेत उद्धव गुट के 2 नेताओं से ED की पूछताछ
क्या है खबर?
शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के 2 नेताओं से कोरोना वायरस महामारी के दौरान हुए 2 अलग-अलग कथित घोटालों को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) के कार्यालय में पूछताछ की गई।
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, मुंबई की पूर्व मेयर किशोरी पेडनेकर से कोविड बॉडी बैग घोटाले और राज्यसभा सांसद संजय राउत के भाई संदीप राउत से खिचड़ी घोटाले में पूछताछ की गई।
पेडनेकर दूसरी बार एजेंसी के सामने पेश हुईं, जबकि राउत पहली बार पूछताछ के लिए पहुंचे।
पूछताछ
दोनों पर क्या आरोप हैं?
वर्ष 2020-21 में कोरोना के समय ब्रह्नमुंबई महानगर पालिका (BMC) की मेयर रहीं पेडनेकर पर आरोप है कि उन्होंने आरोपी कंपनी मेसर्स वेदांता इनोटेक प्राइवेट लिमिटेड को ठेका देने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए थे।
आरोप है कि BMC की खरीद में कोरोना बॉडी बैग की कीमत बढ़ाने में उनकी भूमिका है। हालांकि, पेडनेकर ने सभी आरोपों को खारिज किया और कहा कि सब कुछ नियम के मुताबिक था।
संदीप राउत ने सभी आरोपों को झूठ बताया है।
घोटाला
क्या है खिचड़ी घोटाला और कैसे जुड़े राउत परिवार के तार?
कोरोना वायरस महामारी के दौरान BMC ने प्रवासी मजदूरों को खिचड़ी बांटने का निर्णय लिया था, जिसमें नियम के तहत ठेके दिए जाने थे।
आरोप है कि नियमों को दरकिनार कर एजेंसियों को ठेके बांटे गए, जिन्होंने खिचड़ी बांटने के दौरान घोटाला किया।
आरोप के मुताबिक, ठेका प्राप्त सह्याद्रि रिफ्रेशमेंट ने BMC से प्राप्त भुगतान का एक हिस्सा संजय राउत के परिवार के सदस्यों के खाते में भेज दिया, जिसमें उनके भाई संदीप राउत भी शामिल थे।