
मध्य प्रदेश: पुलिस ने प्रवासी मजदूर के माथे पर लिखा- मैंने लॉकडाउन का उल्लंघन किया...
क्या है खबर?
कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए राष्ट्रीय लॉकडाउन के बीच लाखों प्रवासी मजदूर पैदल ही शहरों से अपने गांवों की तरफ पलायन कर रहे हैं।
पुलिस के इन मजदूरों के साथ मारपीट और गलत व्यवहार करने के कई मामले सामने आए हैं और अब मध्य प्रदेश से भी एक ऐसा वीडियो सामने आया है।
इसमें एक पुलिस अधिकारी को एक मजदूर के माथे पर लोगों को उससे दूर रहने की चेतावनी लिखते हुए देखा जा सकता है।
मामला
उत्तर प्रदेश से लौट रहे थे मजदूर
वायरल वीडियो मध्य प्रदेश के छतरपुर इलाके के गौरीहर पुलिस स्टेशन का बताया जा रहा है।
'इंडियन एक्सप्रेस' की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश से वापस लौट रहे तीन मजदूरों को रास्ते में रोक कर पुलिस ने उन्हें जांच के लिए प्राथमिक जांच केंद्र जाने को कहा था।
जब वे जहां पर डॉक्टर का इंतजार कर रहे थे, तब एक सीनियर इंस्पेक्टर ने लॉकडाउन का उल्लंघन करने के लिए उन्हें फटकार लगाई।
गलत व्यवहार
मजदूर के माथे पर लिखा- मैंने लॉकडाउन का उल्लंघन किया, मुझसे दूर रहना
बात यहीं तक सीमित रहती तो ठीक था, लेकिन महिला इंस्पेक्टर यहीं पर नहीं रुकीं और एक मजदूर के माथे पर लोगों को उससे दूर रहने की चेतावनी लिख डाली।
उन्होंने मजदूर के माथे पर लिखा, 'मैंने लॉकडाउन का उल्लंघन किया है, मुझसे दूर रहना।'
छतरपुर के पुलिस अधीक्षक कुमार सौरभ ने बताया कि पुलिसकर्मियों को इस तरीके का व्यवहार न करने का निर्देश दिया गया है और महिला इंस्पेक्टर को 'कारण बताओ' नोटिस जारी किया गया है।
राजनीति
कांग्रेस ने साधा भाजपा सरकार पर निशाना
मामले पर राजनीति भी तेज हो गई है और कांग्रेस ने घटना का वीडियो ट्वीट कर राज्य की भाजपा सरकार पर निशाना साधा है।
अपने इस ट्वीट में कांग्रेस ने लिखा है, 'शिवराज ने जनता को दो ही विकल्प दिए हैं, या तो कोरोना से मरो या फिर भूख से।'
बता दें कि हाल ही में कांग्रेस की सरकार गिरने के बाद राज्य में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा ने सरकार बनाई है।
ट्विटर पोस्ट
कांग्रेस ने कहा- संवेदनहीन है शिवराज सरकार
संवेदनहीन शिवराज सरकार:
— MP Congress (@INCMP) March 29, 2020
छतरपुर अपने घर वापस लौट रहे मजदूर के माथे पर मध्यप्रदेश पुलिस ने लिख दिया लॉकडाउन का उलंघन किया, मुझसे दूर रहना।
शिवराज ने जनता को दो ही विकल्प दिये हैं, या तो कोरोना से मरो या फिर भूख से।
शिवराज जी,
आपने मज़दूर के नहीं, भारत माता के माथे पर लिखा है। pic.twitter.com/msg7zSOPPO
स्थिति
लॉकडाउन की घोषणा के बाद घरों को लौट रहे हैं प्रवासी मजदूर
कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान किया था। ये लॉकडाउन 14 अप्रैल तक चलना है।
इस घोषणा के बाद शहरों में काम करने वाले प्रवासी मजदूरों ने पैदल ही अपने गांवों की तरफ पलायन शुरू कर दिया।
दिल्ली और उत्तर प्रदेश सरकार के इन मजदूरों के लिए बसों का इंतजाम करने के बाद अब केंद्र सरकार ने राज्यों को अपनी सीमाएं सील करने का आदेश दिया है।
जानकारी
14 दिन क्वारंटाइन कैंपों में रखे जाएंगे प्रवासी मजदूर
इसके अलावा केंद्र सरकार ने राज्यों को लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले प्रवासी मजदूरों को 14 दिन के लिए क्वारंटाइन कैंपों में रखने का आदेश भी दिया है। उत्तर प्रदेश और बिहार की राज्य सरकारें पहले ही ये आदेश दे चुकी हैं।
कोरोना वायरस का प्रकोप
भारत में 979 मामले, 25 की मौत
गौरतलब है कि पिछले तीन दिनों में भारत में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी देखने को मिली है और अब तक 979 लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं। 25 लोगों को इसके कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है।
महाराष्ट्र में सबसे अधिक छह लोगों की मौत हुई है जबकि गुजरात में चार और कर्नाटक में तीन लोगों को इसके कारण जान गंवानी पड़ी है।
सबसे अधिक 186 मामले भी महाराष्ट्र में सामने आए हैं।