सूंघने या स्वाद आने की क्षमता खो जाने को भी माना जाएगा कोरोना वायरस का लक्षण
क्या है खबर?
अब अगर किसी को गंध महसूस नहीं हो रही और स्वाद पता नहीं चल रहा है तो ये कोरोना वायरस (COVID-19) के लक्षण माने जाएंगे।
दरअसल, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस के लक्षणों की सूची में ये नए लक्षण शामिल किए हैं।
अब बुखार, खांसी, थकान, सांस लेने में परेशानी, डायरिया, गले में खराश, बलगम, मांसपेशियों में दर्द, गंधहीनता और स्वादहीनता आदि कोरोना वायरस के लक्षण माने जाएंगे।
अगर किसी में ये लक्षण हैं तो सावधान रहने की जरूरत है।
कोरोना वायरस
कुछ लोगों में नहीं दिखता एक भी लक्षण
बुखार, थकान और सूखी खांसी इस वायरस के आम लक्षण हैं। शुरुआत में ये लक्षण हल्के होते हैं और समय के साथ बढ़ते जाते हैं।
हालांकि, कुछ संक्रमित लोगों में कुछ समय तक कोई लक्षण नजर नहीं आते।
हाल ही में एक शोध में पता चला है कि लगभग 45 प्रतिशत मामले ऐसे हैं जिनमें लोगों में संक्रमण के लक्षण नहीं दिखाई दिए और इस प्रकार का संक्रमण लोगों के शरीर को अंदर ही अंदर नुकसान पहुंचा सकता है।
जानकारी
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
विशेषज्ञों के मुताबिक, सूंघने, स्वाद लेने की शक्ति अचानक खत्म हो जाना भले ही विशिष्ट तौर पर कोरोना वायरस संक्रमण से नहीं जुड़े हैं, लेकिन यह महामारी के शुरुआती संकेत हो सकते हैं।
आमतौर पर फ्लू या इंफ्लूएंजा से भी व्यक्ति के सूंघने या स्वाद ले पाने की क्षमता चली जाती है।
अमेरिका में मई की शुरुआत में ही सूंघने या स्वाद ले पाने की शक्ति खो जाने को कोरोना वायरस के लक्षणों में शामिल कर लिया गया था।
संक्रमण
कैसे फैलता है कोरोना वायरस?
कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से यह दूसरे व्यक्ति तक फैल सकता है।
संक्रमित व्यक्ति के मुंह से निकले थूक के कण किसी भी तरह से दूसरे व्यक्ति के नाक, मुंह या आंख तक पहुंचते हैं तो उसके संक्रमण होने की संभावना बढ़ जाती है।
इसके अलावा संक्रमित सतह के संपर्क में आने से भी यह वायरस फैलता है।
इसलिए लोगों से मास्क इस्तेमाल करने और बार-बार हाथ धोने की अपील की जाती है।
कोरोना वायरस
देश में तीन लाख से ज्यादा लोग संक्रमित
सरकार ने कोरोना वायरस के लक्षणों की सूची में बदलाव ऐसे समय किया है जब देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 3 लाख से ज्यादा हो गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में 3,08,993 लोगों में संक्रमण पाया जा चुका है। इनमें से आधे से अधिक 1,54,330 लोग ठीक हो चुके हैं और 8,884 लोगों की मौत हुई है।
देश में सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में संक्रमितों की संख्या एक लाख से पार हो गई है।