
महबूबा मुफ्ती ने अनुच्छेद 370 पर तालिबान का उदाहरण देकर केंद्र सरकार को दी चेतावनी
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए तालिबान का उदाहरण देकर केंद्र की मोदी सरकार को चेतावनी दी है।
उन्होंने कहा कि जिस वक्त यह सब्र का बांध टूट जाएगा तो आप भी नहीं रहोगे, मिट जाओगे।
उन्होंने मोदी सरकार को दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की तरह पाकिस्तान और कश्मीरियों से बात करने का भी सुझाव दिया है।
चेतावनी
तालिबान ने शक्तिशाली अमेरिकी सेना को किया देश छोड़ने के लिए मजबूर- मुफ्ती
इंडिया टुडे के अनुसार, मुफ्ती ने कुलगाम जिले में शनिवार को आयोजित एक रैली में कहा, "जिस वक्त यह बर्दाश्त का बांध टूट जाएगा, तब आप नहीं रहोगे, मिट जाओगे।"
उन्होंने कहा, "पड़ोस (अफगानिस्तान) में देखो क्या हो रहा है। उनको (अमेरिका) भी वहां से बोरिया-बिस्तर लेकर वापस जाना पड़ा। आप के लिए अभी भी मौका है। जिस तरह वाजपेयी जी ने कश्मीर और पाकिस्तान से बातचीत शुरू की थी, उसी तरह आप भी बातचीत का सिलसिला शुरू करो।"
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें महबूबा मुफ्ती का वीडियो
#WATCH | It needs courage to endure what people of JK are enduring. The day they run out of patience, you would be doomed. Don't test our patience. See what is happening in our neighbourhood. US, a great power, had to pack its bags withdraw from there: Mehbooba Mufti, PDP pic.twitter.com/cEELMRX0mt
— ANI (@ANI) August 21, 2021
मांग
"गैरकानूनी तरीके से जो छीना है उसे वापस करो"
अनुच्छेद 370 हटाए जाने और राज्य का दर्जा हटाते हुए जम्मू-कश्मीर से लद्दाख को अलग करते हुए दो केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने पर भी मुफ्ती ने सरकार पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा, "जो आपने गैर कानूनी तरीके से छीना है, गैर संवैधानिक तरीके से जो जम्मू-कश्मीर का नुकसान किया है और उसके टुकड़े-टुकड़े कर दिए, उसे वापस करो नहीं तो बहुत देर हो जाएगी।"
उन्होंने कहा, "जम्मू-कश्मीर में शांति के लिए सरकार को ऐसा करना होगा।"
बयान
मुफ्ती ने तालीबान से की यह अपील
मुफ्ती ने कहा, "तालिबान के बर्ताव पर पूरी दुनिया नजर है। मैं तालिबान से अपील करती हूं कि वह वे ऐसा काम ना करें जो दुनिया को उनके खिलाफ जाने के लिए मजबूर करे। विश्व समुदाय देख रहा है कि वो कैसा व्यवहार करेंगे।"
कल्पना
"अगर 1947 में भाजपा सत्ता में होती, तो कश्मीर भारत में नहीं होता"
मुफ्ती ने कहा, "1947 में तत्कालीन पीएम जवाहर लाल नेहरू ने जम्मू-कश्मीर के नेतृत्व से वादा किया था कि लोगों की पहचान की हर तरह से रक्षा की जाएगी और विशेष राज्य का दर्जा दिया जाएगा। यदि आजादी के वक्त भाजपा सरकार में होती, तो जम्मू-कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं होता।"
उन्होंने आरोप लगाया, "भाजपा कश्मीर में असंतोष को कुचलने के लिए एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। ऐसे में भारत सांप्रदायिक और धार्मिक आधार टूटने को तैयार है।"
जानकारी
जम्मू-कश्मीर हमेशा से रहा है भारत का हिस्सा- निर्मला सीतारमण
महबूबा मुफ्ती के इस बयान पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री को ऐसे समय में इस तरह का बयान देने से बचना चाहिए। जम्मू-कश्मीर हमेशा से ही भारत का हिस्सा रहा है।
प्रतिक्रिया
जम्मू-कश्मीर में तालिबान राज चाहती है महबूबा मुफ्ती- रैना
इधर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र रैना ने इस पर कहा, "महबूबा मुफ्ती को देशद्रोही बताया और कहा कि वह जम्मू-कश्मीर में तालिबान राज चाहती हैं।"
उन्होंने कहा, "वह किसी बहुत बड़ी गलतफहमी है। भारत एक ताकतवर देश है और हमारे देश के प्रधानमंत्री मोदी है। तालिबानी हों, अल-कायदा हो, जैश हो या हिज्बुल हो, जो भारत के एकता और अखंडता के खिलाफ साजिश करेगा उसे मिट्टी में मिला दिया जाएगा, हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी है, बाइडन नहीं।"