कर्नाटक: बेंगलुरू में आज रात से लागू होगा लॉकडाउन, जानिए क्या खुलेगा और बंद रहेगा
देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के साथ कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में भी तेजी से संक्रमण फैलता जा रहा है। बेंगलुरू शहरी क्षेत्र में वर्तमान में 15,051 सक्रिय मामले हैं और 321 की मौत हो चुकी है। ऐसे में शहर में 14 जुलाई यानी मंगलवार रात 8 से 22 जुलाई को सुबह 5 बजे तक लॉकडाउन रहेगा। सरकार ने पहले ही इसकी घोषणा कर दी थी और सोमवार को लॉकडाउन से जुड़ी गाइडलाइंस भी जारी कर दी है।
सात घंटे खुली रहेंगी किराने की दुकानें
राज्य के मुख्य सचिव टीएम विजय भास्कर द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस के अनुसार भोजन, किराने का सामान, फल और सब्जियां, डेयरी और दूध बूथ, मांस-मछली और पशु चारे से जुड़ी दुकाने प्रतिदिन सुबह 5 से दोपहर 12 बजे तक खुली रहेंगी। इसमें PDS राशन की दुकानें भी शामिल हैं। सरकार ने लोगों से बिना वजह अपने घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील करते हुए आवश्यक वस्तुओं की होम डिलीवरी की सुविधा भी दी है।
लॉकडाउन लागू करने के इच्छुक नहीं थे मुख्यमंत्री येदियुरप्पा
गाइडलाइंस् के अनुसार सरकार ने सरकारी कार्यालयों को कार्य करने की अनुमति दी है, लेकिन उनमें 50 प्रतिशत कर्मचारी ही उपस्थिति हो सकेंगे। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा लॉकडाउन लागू करने के इच्छुक नहीं थे। उनका मानना था कि जून के बाद राज्य की अर्थव्यवस्था में सुधार हो रहा है। हालांकि, बढ़ते संक्रमण के मामलों के दबाव के कारण उन्हें झुकना पड़ा। सरकार ने फार्मेसियों और चिकित्सा सेवाओं को सुचारू रखा है।
सार्वजनिक परिवहन पर रहेगी रोक और रेस्तरां में नहीं होगी भोजन की अनुमति
गाइडलाइंस के अनुसार निर्माण स्थलों पर मजबूर नियमों का पालन करते हुए काम कर सकेंगे। इसी तरह कंटेनमेंट जोन के बाहर माल परिवहन की अनुमति रहेगी। हालांकि, सरकार ने सार्वजनिक परिवहन पर रोक लगा दी है। इसका मतलब है कि कोई भी बस, टैक्सी और कैब महानगर में संचालित नहीं होगी। होटल और रेस्तरां खाद्य पदार्थ वितरित कर सकते हैं, लेकिन किसी को भी वहां बैठाकर भोजन कराने की अनुमति नहीं होगी।
पहले से ही निर्धारित उड़ानें और ट्रेनें हो सकती हैं संचालित- कर्नाटक सरकार
सरकार ने कहा कि पहले से ही निर्धारित उड़ानें और ट्रेनों का संचालन जारी रहेगा और यात्री अपनी यात्रा के लिए टिकट बुक करा सकेंगे। हालांकि, सरकार ने लोगों के राज्य के अंदर और राज्य के बाहर आवागमन पर रोक लगा दी है। लॉकडाउन अवधि में केलव चिकित्सा और आपात स्थिति से जुड़े लोग ही राज्य के भीतर और बाहर परिवहन कर सकेंगे। इसी तरह सरकार ने शहर में ई-कॉमर्स कंपनियों के संचालन की अनुमति दी है।
लॉकडाउन शुरू होने से पहले अपने घरों को लौटे सैकड़ों प्रवासी
विशेष रूप से, पूर्ण लॉकडाउन में लागू होने से पहले शहर में रहने वाले ज्यादातर प्रवासी मजदूर सोमवार को अपने-अपने घरों को लौट गए। कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम के एक अधिकारी ने IANS को बताया, " रात 11 बजे तक 333 बसों से बेंगलुरु से 8,938 यात्रियों को रवाना किया गया है। लोगों को लॉकडाउन से नहीं घबराने की सलाह दी गई है। हमने सोमवार और मंगलवार को पर्याप्त संख्या में बसें चलाने की योजना बनाई है।"
'कम्यूनिटी ट्रांसमिशन' के भय से लागू किया लॉकडाउन
चिंता की बात यह है कि पिछले दस दिनों में बेंगलुरु से सामने आए ज्यादातर मामलों में संक्रमण के स्रोत का पता नहीं चला है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री के सुधाकर ने संकेत दिया कि अब पाबंदियों को लागू कर दिया गया है, सरकार की योजना एक उच्च-स्थानीय दृष्टिकोण का पालन करने की है। शहर में मृत्यु दर में बढ़ोत्तरी को स्वीकार करते हुए उन्होंने दावा कि सभी मौते कोरोना वायरस महामारी के कारण ही नहीं हुई है।