बिहार विधानसभा परिसर में मिलीं शराब की खाली बोतलें, तेजस्वी ने मांगा मुख्यमंत्री का इस्तीफा
क्या है खबर?
बिहार में शराबबंदी पर मचे हंगामे के बीच मंगलवार को विधानसभा परिसर से शराब की खाली बोतलें मिली हैं।
इसकी निंदा करते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का इस्तीफा मांगा और राज्य में पूर्ण शराबबंदी की मांग की है।
दूसरी तरफ नीतीश कुमार ने मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि अगर स्पीकर इजाजत दें तो मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक (DGP) से इसकी जांच करवाई जा सकती है।
आरोप
तेजस्वी बोले- बिहार में शराबबंदी नाकाम
मंगलवार को तेजस्वी यादव खुद उस स्थान पर पहुंचे, जहां शराब की बोतलें मिली थी।
NDTV के अनुसार, उन्होंने कहा कि कड़ी सुरक्षा के बावजूद विधानसभा में शराब की बोतलें मिलना दिखाता है कि बिहार में शराबबंदी नाकाम है। अगर विधानसभा में शराब की बोतल पहुंची है तो मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। जहां मुख्यमंत्री बैठे हैं, वहां से यह जगह 100 मीटर भी दूर नहीं होगी। उन्हें बिहार की जनता से माफी मांगनी चाहिए।
जानकारी
नीतीश कुमार ने जरूरी बताई जांच
नीतीश कुमार ने इस घटना को गंभीर मामला बताते हुए कहा कि विधानसभा स्पीकर की इजाजत के बाद इसकी जांच करवाई जा सकती है। इसकी जांच होनी चाहिए और यह जरूरी है। वहीं स्पीकर ने विधानसभा परिसर की सुरक्षा बढ़ाने के आदेश दिए हैं।
बिहार
विवादों में है शराबबंदी
बिहार में जहरीली शराब के कारण हुई 70 से ज्यादा मौतों ने सरकार को आलोचना के घेरे में ला दिया है।
शराबबंदी के बावजूद बिहार में शराब बिक रही है और हालिया दिनों में कई जगह लोगों को पकड़ा गया है।
खुद मुख्यमंत्री स्वीकार कर चुके हैं कि राजधानी पटना में भी शराब बिक रही है। हालांकि, उन्होंने शराबबंदी से पीछे हटने से इनकार करते हुए कहा कि इसे सफल बनाने के लिए हरसंभव कोशिश की जाएगी।
शराबबंदी
शुक्रवार को नीतीश कुमार ने दिलाई थी शपथ
नीतीश कुमार ने शुक्रवार को शराबबंदी अभियान के तहत सरकारी अधिकारियों को शराब से दूर रहने की शपथ दिलाई थी।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि अगर कोई शराबबंदी के खिलाफ बोलता है, तो उसकी भी जांच होनी चाहिए। सरकारी तंत्र में यदि कोई गड़बड़ करता हैं तो बर्दाश्त नहीं होगा। कानून के अनुसार निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि सूचना मिलने पर पुलिस जाएगी और इसे बड़ा मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए।
जानकारी
बिहार में कब से लागू है शराबबंदी?
बिहार में 1 अप्रैल, 2016 से शराबबंदी लागू है। राज्य में अपराध और घरेलू हिंसा के मामलों को कम करने के मकसद से राजस्व के भारी नुकसान की अनदेखी करते हुए सरकार ने शराबबंदी लागू की थी।
बिहार में इससे पहले 1977 में तत्कालीन मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर ने भी शराब बिक्री और उपयोग पर रोक लगाई थी। हालांकि, यह फैसला सफल नहीं हो पाया और महज डेढ़ साल के बाद सरकार को अपने कदम वापस खींचने पड़े थे।
न्यूजबाइट्स प्लस
इन राज्यों में लागू है शराबबंदी
देश में बिहार के अलावा गुजरात, मिजोरम और नागालैंड में पूर्ण रूप से शराबबंदी है।
हालांकि, राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण की साल 2019-20 की सर्वे रिपोर्ट में बताया गया था कि गुजरात में शराब पीने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है और महिलाओं का भी शराब के प्रति तेजी से रुझान बढ़ रहा है।
हरियाणा और आंध्र प्रदेश ऐसे राज्य हैं, जहां शराबबंदी लागू की गई थी, लेकिन असफल होने पर यह फैसला पलट दिया गया था।