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कर्नाटक: मठ में मृत पाए गए लिंगायत समुदाय के महंत, दो पेज का सुसाइड नोट मिला
कर्नाटक में लिंगायत समुदाय के महंत को मठ पर मृत पाया गया

कर्नाटक: मठ में मृत पाए गए लिंगायत समुदाय के महंत, दो पेज का सुसाइड नोट मिला

Oct 25, 2022
12:26 pm

क्या है खबर?

सोमवार को कर्नाटक के रामनगर जिले में लिंगायत समुदाय के एक महंत को उनकी मठ पर मृत पाया गया। 45 वर्षीय महंत बसवलिंगा स्वामी श्री कंचुगल बंदेमठ स्थित अपने कमरे में फांसी से लटके पाए गए। उनके आत्महत्या करने की आशंका जताई जा रही है और उनके पास से एक दो पेज का सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। सुसाइड नोट में उन्होंने ब्लैकमेलिंग से तंग आकर आत्महत्या करने की बात कही है।

घटना

सोमवार सुबह लगभग 6 बजे मृत पाए गए महंत

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बसवलिंगा स्वामी रविवार शाम को अपने कमरे में गए थे, लेकिन सोमवार सुबह जब उन्होंने अपने कमरे का दरवाजा नहीं खोला तो उनके भक्तों को कुछ अशुभ होने का अंदेशा हुआ और उन्होंने अंदर झांककर देखा। अंदर देखने पर भक्तों ने बसवलिंगा स्वामी को अंदर खिड़की से लटका पाया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, महंत को सुबह लगभग 6 बजे मृत पाया गया। बंदेमठ स्कूल के शिक्षक रमेश ने मामले में शिकायत दर्ज कराई है।

आरोप

महंत ने सुसाइट नोट में लगाया ब्लैकमेल किए जाने का आरोप

महंत ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि कुछ लोग उन्हें उनके पद से हटाना चाहते थे और उन्हें परेशान कर रहे थे। पुलिस ब्लैकमेलिंग के एंगल से ही मामले की जांच कर रही है। महंत के फोन की कॉल हिस्ट्री चेक की जा रही है ताकि ये पता लगाया जा सके कि उन्होंने अपनी आखिरी कुछ कॉल किसको की थीं। मामले में कुडुर पुलिस स्टेशन में अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया गया है।

अन्य मामला

पिछले महीने भी एक लिंगायत महंत ने की थी आत्महत्या

बता दें कि बंदेमठ 400 साल से ज्यादा पुरानी है और पिछले 25 वर्षों से बसवालिंगा स्वामी इसके प्रमुख और पुजारी थे। यह हालिया समय में कर्नाटक में किसी लिंगायत महंत के मृत पाए जाने का दूसरा मामला है। इससे पहले पिछले महीने बेलगावी जिले के बैलाहोंगला इलाके के नेगीनाहला गांव में श्री गुरु मदीवालेश्वर मठ के पुजारी बसव सिद्धलिंग स्वामी मृत पाए गए थे। उन्होंने भी बसवलिंगा स्वामी की तरह फांसी लगाकर आत्महत्या की थी।

लिंगायत समुदाय

न्यूजबाइट्स प्लस

लिंगायत समुदाय कर्नाटक का एक बेहद शक्तिशाली समुदाय है और राज्य की आबादी में इस समुदाय की लगभग 17 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इसी कारण कहा जाता है कि यह समुदाय जिस पार्टी का समर्थन कर दे, उसका राज्य में चुनाव जीतना लगभग तय हो जाता है। मौजूदा मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा इसी समुदाय से भी आते हैं। हालांकि हालिया समय में लिंगायत समुदाय के महंत पर यौन शोषण के आरोप लगे थे।