भारतीय निजाम ने महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को दिया था 300 हीरों वाला प्लेटिनम हार
क्या है खबर?
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय अपने पूरे जीवन में एक फैशन आइकन रहीं। उन्हें गहनों का काफी शौक था और उनके पास बेशकीमती गहनों का बड़ा कलेक्शन भी था।
महारानी के पास एक ऐसा प्लैटिनम नेकपीस था, जिसमें 300 हीरे जड़े हुए थे और वह दुनिया के सबसे महंगे हारों में शामिल था।
खास बात यह है कि उन्हें यह नेकपीस हैदराबाद के भारतीय निजाम ने 1947 में उनको शादी के उपहार के रूप में दिया था।
नेकपीस
महारानी ने खुद पसंद किया था 300 हीरों से जड़ा नेकपीस
द रॉयल फैमिली के अनुसार, हैदराबाद के निजाम की ओर से 1947 में महारानी एलिजाबेथ को उनके शादी के उपहार के रूप में हार दिया गया था।
निजाम ने लंदन में स्थित फ्रेंच लग्जरी ब्रांड कार्टियर को निर्देश दिया था कि महारानी खुद अपनी शादी के उपहार का चयन करेंगी।
उसके बाद महारानी अपने लिए 300 हीरों वाला यह शानदान नेकपीस पसंद किया था। महारानी अक्सर वही हार पहनकर इवेंट्स में शामिल होती थीं।
भारतीय निजाम
भारत के इस निजाम ने दिया था महारानी को तोहफा
महारानी एलिजाबेथ ने प्रिंस फिलिप के साथ 20 नवंबर, 1947 को शादी की थी।
जैसे ही शादी की बात हैदराबाद के शासक मीर उस्मान अली खान उर्फ आसफ जाह VII को पता चली तो उन्होंने रानी को तोहफा देने का मन बना लिया।
निजाम ने लग्जरी ब्रांड 'कार्टियर' को आदेश दिया कि महारानी को ऐसे बेशकीमती गहनें दिखाए जाएं, जो पहले कभी किसी ने न देखे हों।
बता दें कि महारानी और प्रिंस फिलिप के चार बच्चे हुए थे।
उधार
द डचेस ऑफ कैम्ब्रिज को भी दिया था उधार
11 फरवरी, 2014 को नेशनल पोर्ट्रेट गैलरी और 2019 में एक डिप्लोमैटिक कोर रिसेप्शन में आयोजित इवेंट में शाही परिवार की बहू द डचेस ऑफ कैम्ब्रिज केट मिडलटन को उनकी दादी सास महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का बेशकीमती प्लैटिनम नेकपीस पहने देखा गया था।
उस दौरान डचेस ऑफ कैम्ब्रिज ने ब्लैक कलर की डीप शोल्डर पैटर्न वाली फिगर हंगिग ड्रेस पहनीं थीं, जिसके साथ उन्होंने महारानी एलिजाबेथ का नेकपीस पहना था।
सोशल मीडिया
द रॉयल फैमिली के इंस्टाग्राम पर भी शेयर की गई थी तस्वीरें
द रॉयल फैमिली के इंस्टाग्राम अकाउंट से शेयर एक पोस्ट में महारानी एलिजाबेथ को 300 हीरे से जड़ित प्लैटिनम हार पहने हुए दो तस्वीर दिखाई गईं थीं। आखिरी तस्वीर में डचेस ऑफ कैम्ब्रिज को भी ये हार पहने हुए दिखाया गया।
पहली तस्वीर फरवरी, 1952 में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के सिंहासन पर बैठने के कुछ दिनों बाद क्लिक की गई थी। इस तस्वीर का इस्तेमाल टिकटों पर उनकी छवि के आधार के रूप में भी किया गया था।