जमीन के बदले नौकरी मामला: दिल्ली की कोर्ट में पेश हुआ लालू परिवार, मिली जमानत
जमीन के बदले नौकरी मामले में पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव समेत उनके परिवार के सदस्यों को जमानत मिल गई। लालू परिवार सोमवार को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में हाजिर हुआ था। कोर्ट ने बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव समेत सभी 9 आरोपियों को जमानत दी है। कोर्ट ने कहा कि उन्हें बिना गिरफ्तार किए आरोपपत्र दाखिल किया गया है, ऐसे में सभी को एक लाख रुपये निजी मुचलके पर जमानत दी जाती है।
कोर्ट में हाजिर हुआ लालू परिवार
पहली बार कोर्ट में हाजिर हुए तेज प्रताप यादव
कोर्ट ने लालू के दूसरे बेटे तेज प्रताप यादव को समन भेजा था, जिसके बाद वह सोमवार को पहली बार कोर्ट में हाजिर हुए। कोर्ट ने कहा था कि तेज प्रताप एके इंफोसिस लिमिटेड के निदेशक थे, जिसके कारण उनकी संलिप्तता से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 6 अगस्त को 11 आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया था, जिसमें 4 की मौत हो चुकी है। अगली सुनवाई 25 अक्टूबर को होगी।
क्या है मामला?
जमीन के बदले नौकरी का मामला 2004 से 2009 का है, उस समय लालू यादव रेल मंत्री थे। आरोप है कि मंत्री रहते हुए लालू ने रेलवे के विभिन्न जोन में ग्रुप-डी की नौकरी देने के नाम पर लोगों से अपने परिवार और संबंधित एके इंफोसिस कंपनी के नाम पर जमीन कराई थी। मामले में 2 आरोपपत्र दाखिल हुए, जिसमें दूसरी में पहली बार तेजस्वी यादव का नाम शामिल किया गया था। अब तेज प्रताप का नाम भी शामिल है।