कोलकाता: आरजी कर के 50 डॉक्टरों के बाद मेडिकल कॉलेज के 60 अन्य डॉक्टरों का इस्तीफा
पश्चिम बंगाल के कोलकाता में वरिष्ठ डॉक्टरों के इस्तीफे का क्रम जारी है। मंगलवार को आरजी मेडिकल कॉलेज के 50 वरिष्ठ डॉक्टरों द्वारा इस्तीफा देने के बाद बुधवार को 60 अन्य डॉक्टरों ने नौकरी छोड़ दी। इस्तीफा देने वालों में शहर के 2 प्रमुख मेडिकल कॉलेजों के वरिष्ठ डॉक्टर शामिल हैं। उन्होंने 7 जूनियर डॉक्टरों द्वारा की जा रही भूख हड़ताल को समर्थन देने के लिए अपना इस्तीफा दिया है। इस खबर के बाद राज्य में हड़कंप मच गया है।
जूनियर डॉक्टरों की जारी है भूख हड़ताल
अलग-अलग मेडिकल कॉलेज के 7 जूनियर डॉक्टर शनिवार से स्वास्थ्य विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार, धमकी, सुरक्षा व्यवस्था और सुविधाओं की कमी पर राज्य सरकार के खिलाफ भूख हड़ताल पर बैठे हैं। उनके समर्थन में मंगलवार को 15 वरिष्ठ डॉक्टर भी हड़ताल में शामिल हुए। पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव मनोज पंत ने सोमवार को आश्वासन दिया कि मेडिकल कॉलेजों में चल रही 90 प्रतिशत परियोजनाएं नवंबर तक पूरी हो जाएंगी। उन्होंने डॉक्टरों से काम पर लौटने का आग्रह किया था।
क्यों नाराज हैं डॉक्टर्स?
आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सभागार में 9 अगस्त को एक महिला ट्रेनी डॉक्टर का शव मिला, जिसकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बर्बर रेप और हत्या की पुष्टि हुई थी। घटना के बाद कोलकाता समेत पूरे देश के डॉक्टर भूख हड़ताल पर बैठे थे, जो सुप्रीम कोर्ट के आश्वासन के बाद समाप्त हुई थी। डॉक्टरों ने कई मांगे रखी थी। रेप-हत्या मामले में कॉलेज का स्वयंसेवक संजय रॉय, धोधाखड़ी में कॉलेज पूर्व प्रधानाचार्य डॉ संदीप घोष और ताला थानाध्यक्ष गिरफ्तार हैं।