केरल: वायनाड में भूस्खलन से अब तक 308 की मौत, चौथे दिन भी मिल रहे शव
केरल के वायनाड जिले में भीषण भूस्खनल से जान गंवाने वालों की संख्या 300 के पार चली गई है। प्राकृतिक आपदा के चौथे दिन भी गांव और जंगलों में लोगों के शव मिलना जारी है। स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज के मुताबिक, अब तक 308 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है। अब तक 195 लोगों के शव मिल चुके हैं, जबकि 105 लोगों के शवों का कोई न कोई हिस्सा मिला है, जिससे उनकी मौत की पुष्टि हुई है।
6 अलग-अलग भागों में चलाया जाएगा खोज अभियान
रिपोर्ट के मुताबिक, वायनाड में बचाव और राहत कार्य में सेना, वायुसेना और नौसेना के बचावकर्मियों की 40 टीमें लगी हुई हैं। बचाव कार्य को अधिक प्रभावी बनाने के लिए खोज अभियान 6 अलग-अलग भागों में चलाए जाने की तैयारी है, जिसमें अट्टामाला-आरणमाला, मुंडकई, पुंजरीमट्टम, वेल्लरमाला विलेज रोड, जीवीएचएसएस वेल्लरमाला और नदी का बहाव क्षेत्र शामिल है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) के साथ, अन्य बचाव दल, 3 स्थानीय लोग, वन विभाग के कर्मचारियों को भी लगाया गया है।
ड्रोन आधारित रडार की ली जाएगी मदद
इलाके में शवों की खोज और जीवित बचे लोगों को बचाने के लिए ड्रोन आधारित रडार की मदद ली जाएगी, जो दिल्ली से शनिवार तक वायनाड पहुंचेगा। खोज अभियान में तैराकी में निपुण लोगों के साथ 6 खोजी कुत्तों को भी लगाया गया है। हेलीकॉप्टर से भी लोगों को बचाने और खोजने का काम जारी है। अभी भी भूस्खलन वाले इलाके में लोगों के शव दबे हैं और कई लापता हैं। पूरा गांव और जंगल तबाह हो गया है।
3 भूस्खलन से मच गई तबाही
29 जुलाई की रात 1 से 4 बजे के बीच वायनाड के चूरालमाला और मुंडाक्कई जैसे इलाकों में 3 बार भूस्खलन हुआ। इससे भारी तबाही मच गई और सैकड़ों लोग बह गए। पहले 11 लोगों के मरने की खबर मिली, लेकिन जैसे-जैसे बचाव कार्य बढ़ता गया, मृतकों की संख्या भी बढ़ती गई। घटनास्थल से कई वीडियो भी सामने आए हैं, जिनमें टूटे हुए घरों और कई फीट के कीचड़ में तबाही का नजारा देखा जा सकता है