केरल के मौलवी ने विधवा महिला के मनाली घूमने पर ऐतराज जताया, महिला का आया जवाब
क्या है खबर?
केरल में कोझिकोड के पेराम्बरा निवासी 55 वर्षीय नफीसुम्मा हिमाचल प्रदेश के मनाली छुट्टियां मनाने क्या पहुंचीं, उन्होंने मौलवियों को नाराज कर दिया।
नफीसुम्मा के पति का 25 साल पहले निधन हो चुका है। वह पेशे से मजदूर हैं और अपने जीते-जी बर्फ देखना चाहती थीं।
दिसंबर में जब उन्होंने मनाली में बर्फ से खेलते वीडियो इंस्टाग्राम पर साझा की तो समाज के रूढ़ीवादी लोग उनके पीछे पड़ गए।
वीडियो की प्रमुख मौलवी इब्राहिम सकाफी पुजक्कट्टीरी ने आलोचना की है।
बयान
मौलवी ने नफीसुम्मा की आलोचना करते हुए क्या कहा?
सुन्नी धर्मगुरु और सुन्नी वॉयस के प्रभारी संपादक इब्राहिम ने पिछले हफ्ते एक सामुदायिक समारोह में कहा, "आपने एक वीडियो देखा होगा...एक दादी, जिसका पति 25 साल पहले मर गया, एक अजनबी राज्य में बर्फ से खेल रही है, जबकि उसे अपने घर के एक कोने में बैठकर प्रार्थना करनी चाहिए थी। वह दूसरे राज्य में गई और बर्फ से खेल रही थी... यह एक समस्या है।"
बयान सोशल मीडिया पर आते ही मौलवी की निंदा शुरू हो गई है।
जवाब
महिला ने क्या दिया जवाब?
मौलवी का बयान सामने आने पर नफीसुम्मा ने मलयालम मीडिया मातृभूमि ऑनलाइन से कहा. "मैंने हमेशा अपने समुदाय के प्रति सम्मान के साथ जीवन जिया है। लेकिन यात्रा पर जाने में क्या बुराई है? धर्म कहीं भी विधवा को यात्रा करने से नहीं रोकता।"
इससे पहले नफीसुम्मा की बेटी जिफना ने कहा था, "मौलवी के बयान ने उनकी मां की मानसिक शांति छीन ली, अब वह बाहर नहीं जा सकती। क्या विधवा को बाहरी दुनिया देखने का कोई हक नहीं?"
जानकारी
बेटियों संग घूमने गई थीं नफीसुम्मा
नफीसुम्मा की 3 बेटियां और 1 बेटा है। जब अपने पति को खोया, तब उनके बेटे और बेटियां काफी छोटे थे। उन्होंने दिहाड़ी मजदूरी करके अपने बच्चों को पाला और उनका विवाह किया। नफीसुम्मा अपनी तीनों बेटियों के साथ मनाली घूमने गई थीं।