कर्नाटक: बेंगलुरु नगर निगम ने नहीं चुकाया 65 करोड़ रुपये का बकाया, 11 इंदिरा कैंटीन बंद
क्या है खबर?
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में गरीबों को सस्ता भोजन उपलब्ध कराने के लिए शुरू की गई इंदिरा कैंटीन आर्थिक संकट से गुजर रही है।
इंडिया टुडे के मुताबिक, बेंगलुरु में कम से कम 11 इंदिरा कैंटीनों ने नगर निगम द्वारा ठेकेदारों को बिलों का भुगतान न किए जाने के कारण बुधवार रात से भोजन परोसना बंद कर दिया है।
निगम पर ठेकेदारों का करीब 65 करोड़ रुपये बकाया है। कुछ अन्य कैंटीन पर भी यह संकट आ सकता है।
बकाया
क्या है भोजन उपलब्ध कराने वाले ठेकेदार का दावा?
कैंटीनों में भोजन की आपूर्ति करने वाले फूड कॉन्ट्रैक्टर शेफ टॉक ने दावा किया कि ब्रुहत बेंगलुरु महानगर पालिका (BBMP) से उनका एक साल का अनुबंध है।
उन्होंने बताया कि निगम करीब 65 करोड़ रुपये बिल का भुगतान करने में विफल रही है, जबकि कई बार अनुरोधों के बावजूद भुगतान नहीं किया है।
उन्होंने बताया कि बकाया भुगतान न होने के कारण भोजन सेवाएं ठप हो गई है। BBMP आयुक्त तुषार गिरिनाथ ने दावों को खारिज कर दिया है।
सफाई
क्या है नगर निगम प्रशासन की सफाई?
गिरिनाथ ने कहा कि निगम के पास 198 वार्ड हैं और 184 काम कर रहे हैं। 7 जगहों पर कभी काम नहीं हुआ, बाकी जगह मोबाइल कैंटीन हैं, जिसमें 3 या 4 काम नहीं कर रही।
उन्होंने बताया कि एक ठेकेदार 65 करोड़ रुपये के लंबित भुगतान का दावा करते हुए कोर्ट गया है, जिसे वे स्वीकार नहीं कर रहे हैं क्योंकि उनके मार्शल द्वारा दर्ज की गई उपस्थिति उनके दावों से मेल नहीं खाती है।
जानकारी
7 साल पहले शुरू की गई थी कैंटीन
सिद्धारमैया के नेतृत्व में बनी पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने 7 साल पहले स्वतंत्रता दिवस पर इंदिरा कैंटीन शुरू की थी। योजना के तहत गरीबों को 10 रुपये में सस्ता और भरपेट भोजन उपलब्ध कराया जाता है। बेंगलुरु हवाई अड्डे पर भी कैंटीन शुरू हुई थी।