कानपुर: दो साल पहले चोरी हुई थी कार, अब थानेदार के पास मिली
कानपुर के रहने वाले ओमेंद्र सोनी की वैगनआर कार दो साल पहले चोरी हो गई थी। तमाम कोशिशों के बावजूद वो इसका पता नहीं लगा पाए थे, लेकिन ऑटो सर्विस सेंटर से आए फोन ने उन्हें उनकी कार तक पहुंचा दिया। सेंटर के कर्मचारियों ने उन्हें फोन कर कार की सर्विस के बारे में फीडबैक मांगा था। इस दौरान कर्मचारियों ने उन्हें बताया कि सर्विस के बाद उन्होंने कार बिठूर थाने के थानेदार कुशलेंद्र प्रताप सिंह को लौटा दी है।
31 दिसंबर, 2018 को चोरी हुई थी कार
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सोनी ने बताया कि 31 दिसंबर, 2018 को उनकी कार एक वॉशिंग स्टेशन के बाहर से चोरी हो गई थी। उन्होंने इसे लेकर बर्रा पुलिस थाने में FIR दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस उनकी कार का पता नहीं लगा पाई। बीते बुधवार को उनके पास KTL सर्विंस सेंटर से एक फोन आया। फोन करने वाले कर्मचारी ने उनसे पूछा कि क्या सर्विस के बाद उनकी कार पहले से बेहतर चल रही है।
थानेदार ने सर्विस सेंटर में भेजी थी कार
फोन पर कर्मचारी की बात सुनकर सोनी चौंक गए। उन्हें बताया गया कि पहले करवाई गई सर्विस के दौरान उन्होंने अपनी जानकारी सर्विस सेंटर को दी थी। इसलिए उन्हें यह कॉल की गई है। इसके बाद सोनी ने सर्विस सेंटर जाकर पूछताछ की तो पता चला कि उनकी कार 22 दिसंबर को सर्विस के बाद बिठूर थाने के थानेदार कौशलेंद्र प्रताप सिंह को लौटा दी गई है। इसके बाद सोनी कार लेने के लिए थानेदार के पास गए।
कौन हैं थानेदार कौशलेंद्र प्रताप सिंह?
सिंह पिछले साल गैंगस्टर विकास दूबे के साथ हुए बिकरू एनकाउंटर में घायल हुए थे। इस एनकाउंटर में CO सहित 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। सिंह ने सोनी को उनकी कार वापस करने का आश्वासन दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सिंह ने कार के मालिक पर दबाव बनाया कि वह इस मामले की शिकायत आला अधिकारियों से न करें। सिंह ने कहा कि कार उनके इलाके में लावारिस मिली थी जिसको सीज कर लिया गया।
सवालों के जवाब नहीं दे पाए थानेदार
थानेदार सिंह ने इस बात का जवाब नहीं दिया कि मनाही होने के बावजूद वो पुलिस का जब्त किया वाहन क्यों इस्तेमाल कर रहे थे। वो यह भी नही बता पाए कि उन्होंने कार को कब सीज किया। नियमों के तहत बिठूर पुलिस को वाहन जब्त करने के बाद इसकी जानकारी बर्रा पुलिस को देनी थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। थानेदार सिंह बिना नंबर प्लेट लगाए इस कार को लगातार इस्तेमाल करते रहे।
मामले की जांच के आदेश
जानकारी सामने आने के बाद कानपुर रेंज के IG मोहित अग्रवाल ने जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जब्त किया गया वाहन इस्तेमाल करना गैर-कानूनी है। मामले में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।