कंगना रनौत का विवादित बयान: कांग्रेस नेता ने की पद्म पुरस्कार वापस लेने की मांग
क्या है खबर?
अभिनेत्री कंगना रनौत की ओर से देश की आजादी को लेकर दिए गए विवादित बयान के बाद विवाद बढ़ता ही जा रहा है।
अब कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने रनौत के बयान को निंदनीय और चौंकाने वाला बताते हुए राष्ट्रपति भवन से उन्हें दिया गया पद्म पुरस्कार तत्काल वापस लेने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि भविष्य में इस तरह के पुरस्कार देने से पहले संबंधित व्यक्ति का मानसिक मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन भी किया जाना चाहिए।
जानकारी
हाल ही में पद्मश्री से सम्मानित हुई हैं कंगना
बता दें कंगना को सोमवार को दिल्ली में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इस पर उन्होंने कहा कि एक अभिनेत्री के रूप में उन्हें कई पुरस्कार मिले थे, लेकिन पद्मश्री ने दिखाया कि कैसे देश ने उन्हें 'आदर्श नागरिक' का महत्व दिया है।
बयान
कंगना ने क्या कहा था?
एक समाचार चैनल के कार्यक्रम में बोलते हुए कंगना रनौत ने कहा, "सावरकर, रानी लक्ष्मीबाई, नेता सुभाषचंद्र बोस इन लोगों की बात करूं तो ये लोग जानते थे कि खून बहेगा लेकिन ये भी याद रहे कि हिंदुस्तानी-हिंदुस्तानी का खून न बहाए। उन्होंने आजादी की कीमत चुकाई, यकीनन। पर वो आजादी नहीं थी वो भीख थी। जो आजादी मिली है वो 2014 में मिली है।"
इस बयान को लेकर कंगना की खूब आलोचना हो रही है।
ट्वीट
आनंद शर्मा ने राष्ट्रपति को टैग कर किए ट्वीट
मामले में आनंद शर्मा ने राष्ट्रपति को टैग करते हुए तीन ट्वीट करते हुए रनौत के बयान की कड़ी आलोचना की है।
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, 'निंदनीय और पूरे देश को चौंकाने वाला बयान। सुश्री कंगना रनौत का बयान महात्मा गांधी, पंडित नेहरू और सरदार पटेल जैसे साहसी स्वतंत्रता सेनानियों और सरदार भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद सहित कई अन्य प्रमुख क्रांतिकारियों के देश की आजादी के लिए दिए गए बलिदान का अपमान करता है।'
मांग
'रनौत को दिया गया पद्म पुरस्कार तुरंत वापस लेना चाहिए'
आनंद शर्मा ने लिखा, 'राष्ट्रपति भवन को रनौत को दिया गया पद्म पुरस्कार तुरंत वापस लेना चाहिए। इस तरह के पुरस्कार देने से पहले मानसिक मनोचिकित्सीय मूल्यांकन किया जाना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसे व्यक्ति राष्ट्र और उसके नायकों का अपमान न करें।'
उन्होंने आगे लिखा, 'प्रधानमंत्री को अपनी चुप्पी तोड़ते हुए राष्ट्र को बताना चाहिए कि क्या वह रनौत के विचारों का समर्थन करते हैं? यदि नहीं, तो सरकार उनके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए।'
विरोध
मलाना क्रीम की भारी खुराक पर कंगना रनौत- मलिक
इसी तरह महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने भी रनौत की बयान की कड़ी निंदा की है।
उन्होंने कहा, "हम अभिनेत्री कंगना रनौत के इस बयान की कड़ी निंदा करते हैं कि भारत को 2014 में आजादी मिली। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया। केंद्र को कंगना से पद्मश्री वापस लेना चाहिए और उन्हें गिरफ्तार करना चाहिए।"
उन्होंने कहा, "ऐसा लगता है कि बॉलीवुड अभिनेता मलाना क्रीम की भारी खुराक पर है।"
अन्य
AAP ने की FIR दर्ज करने की मांग
इस मामले में गुरुवार को आम आदमी पार्टी (AAP) ने मुंबई पुलिस को शिकायत देकर रनौत के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की है।
पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य प्रीति शर्मा मेनन ने कंगना के बयान को 'देशद्रोही और भड़काऊ' बताते हुए कहा कि AAP रनौत की अपमानजनक टिप्पणी की कड़ी निंदा करती है। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 504, 505 और 124A के तहत मामला दर्ज करने की मांग की है।
प्रतिक्रिया
वरुण गांधी ने पूछा- पागलपन कहूं या फिर देशद्रोह?
रनौत का वीडियो शेयर करते हुए भाजपा सांसद वरुण गांधी ने भी गुरुवार को ट्वीट किया था, 'कभी महात्मा गांधी जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान, और अब शहीद मंगल पाण्डेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार। इस सोच को मैं पागलपन कहूं या फिर देशद्रोह?'
कई अन्य नेताओं ने भी उनके इस बयान की कड़ी निंदा की है।