केरल का रहने वाला था काबुल में गुरुद्वारे पर हमला करने वाला एक आतंकी
क्या है खबर?
बीते बुधवार को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के एक गुरुद्वारे पर हमला करने वाले चार आतंकियों में से एक केरल का रहने वाला था।
केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने इस बात की पुष्टि की है कि गुरुद्वारे पर हुए हमले में मारा गया अबु खालिद अल हिंदी केरल का नागरिक था। उसका असली नाम मोहम्मद मोहसिन था।
बता दें कि आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) की पत्रिका अल नबा ने शुक्रवार को चारों आत्मघाती हमलावारों की तस्वीर छापी थी।
आतकी हमला
काबुल में कहां हुआ था हमला?
25 मार्च को काबुल के शोर बाजार स्थित गुरुद्वारे पर आत्मघाती हमलावरों ने हमला किया था। इस हमले में 25 लोगों की मौत हुई थी और कई लोग घायल हुए थे।
आंतरिक मंत्रालय के प्रवक्ता तारिक एरियन ने बताया कि बुधवार सुबह सिख समुदाय के लोग प्रार्थना सभा के लिए गुरुद्वारे में जमा हुए थे। उसी दौरान करीब 07:45 बजे अज्ञात आत्मघाती हमलावरों ने हमला बोल दिया।
बता दें, 2018 में भी आतंकियों ने सिखों को निशाना बनाया था।
जन्म
कासरगोड का रहने वाला था आतंकी मोहसिन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोहसिन का जन्म केरल के कासरगोड जिले में हुआ था। उसके परिवार की फर्नीचर की एक छोटी दुकान है। वह 2007 में शहर छोड़कर बेंगलुरू चला गया था।
वहां से वह मलेशिया और दुबई होते हुए अफगानिस्तान पहुंचा था। इस बात की पुख्ता जानकारी नहीं है कि उसने मलेशिया और दुबई में क्या किया, लेकिन माना जा रहा है कि वह इन दोनों जगहों पर होटलों में काम करता था।
बयान
मोहसिन की मां को IS की तरफ से मिला मैसेज
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "मोहसिन की मां ने दावा किया है कि उन्हें टेलीग्राम पर इस्लामिक स्टेट की तरफ से मैसेज आया था। इसमें लिखा था कि उसके बेटे को काबुल हमले में शहादत प्राप्त हुई है। जब हमने उनसे वह मैसेज दिखाने को कहा तो उन्होंने डर के मारे यह मैसेज डिलीट करने की बात कही है।"
इससे पहले इस्लामिक स्टेट ने कहा था कि कश्मीर का बदला लेने के लिए काबुल में हमला किया गया था।
जानकारी
IS से जुड़े थे केरल के दो मोहम्मद मोहनिस
खुफिया अधिकारियों ने बताया कि केरल के दो मोहम्मद मोहसिन इस्लामिक स्टेट में शामिल हुए थे।
उनमें से एक जुलाई, 2019 में अमेरिका द्वारा की गई एयरस्ट्राइक में मारा गया था। मल्लापुरम का रहने वाले यह मोहसिन इंजीनियर था और 2017 में IS में शामिल हुआ था।
वहीं काबुल हमले में मारा गया मोहसिन 2018 में अफगानिस्तान गया था और खोरासन प्रांत में IS से जुड़ा था। यह कासरगोड के त्रिकारीप्पुर का रहने वाला था।
जानकारी
छह महीने पहले मोहसिन ने की थी अपनी मां से बात
एक खुफिया अधिकारी ने बताया कि मोहसिन स्कूल ड्रॉपआउट था। वह दुबई होते हुए अफगानिस्तान गया था। उसका परिवार कन्नूर में रहता है।
जानकारी के मुताबिक, मोहसिन कुछ समय लश्कर-ए-तैयबा से संपर्क में भी आया था, लेकिन बाद में IS से जुड़ने के लिए वह अफगानिस्तान चला गया था।
लगभग छह महीने पहले उसने अपनी मां से फोन पर बात कर बताया था कि वह अफगानिस्तान में है। उसके बाद से उसकी घर पर बात नहीं हुई।