जामिया में गोली चलाने वाला युवक अब मुस्लिमों के खिलाफ भड़काऊ बयान देने के लिए गिरफ्तार
क्या है खबर?
पिछले साल जामिया मिलिया इस्लामिया (JMU) के बाहर नागरिकता कानून विरोधी प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने वाले शख्स को अब हरियाणा के पटौदी में मुस्लिमों के खिलाफ भड़काऊ बयान देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
पिछले हफ्ते ही उसके भड़काऊ भाषण का वीडियो वायरल हुआ था और हरियाणा सरकार से उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही थी।
पृष्ठभूमि
क्या है पूरा मामला?
जामिया में प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने वाले शख्स ने इसी महीने पटौदी में हुई एक महापंचायत में मुस्लिमों के खिलाफ भड़काऊ बयान दिया था।
अपने इस बयान में उसने कहा था कि जब मुस्लिमों पर हमले किए जाएंगे तो वे खुद राम-राम चिल्लाएंगे। उसने कहा था कि अगर देश में रहना है तो वंदे मातरम कहना होगा।
उसने लोगों को मुस्लिम महिलाओं के अपहरण करने के लिए भी उकसाया था।
कार्रवाई
हरियाणा सरकार पर था कार्रवाई का दबाव
आरोपी ने अपने भाषण में कहा था, "पटौदी से केवल इतनी सी चेतावनी देना चाहता हूं, उन जिहादियों को, आतंकवादी मानसिकता के लोगों को। जब (मैं) 100 किलोमीटर दूर जामिया जा सकता हूं CAA के समर्थन में तो पटौदी ज्यादा दूर नहीं है।"
ये भाषण का वीडियो वायरल होने के बाद से ही हरियाणा सरकार पर उसके खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव बना हुआ था जिसके बाद सोमवार को मानेसर में उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
अन्य बयान
महापंचायत में करणी सेना के अध्यक्ष ने भी दिया था भड़काऊ बयान
पटौदी में हुई यह महापंचायत धर्मांतरण, जिहाद और जनसंख्या नियंत्रण पर चर्चा के लिए बुलाई गई थी और इसमें हरियाणा भाजपा के प्रवक्ता और करणी सेना के अध्यक्ष सूरज पाल अमू भी शामिल हुए थे।
उन्होंने बिना मुस्लिम समुदाय का नाम लिए कहा था, "इनको इस देश से निकालो, ऐसा प्रस्ताव पास होना चाहिए। इन लोगों के जो पार्क पटौदी में बन रहे हैं, उनके पत्थर उखाड़ दो और इन लोगों को मकान और दुकान किराये पर मत दो।"
बयान
इतिहास बनाएं, खुद इतिहास नहीं बनें- अमू
अमू ने सभा में मौजूद लोगों को उकसाते हुए कहा था, "इतिहास बनाएं, खुद इतिहास नहीं बनें ताकि फिर कोई कोई तैमूर, औरंगज़ेब, बाबर और हुमायूं न पैदा हो।"
जामिया शूटिंग
जामिया में 30 जनवरी, 2020 को चली थी गोली
बता दें कि भड़काऊ भाषण के लिए गिरफ्तार हुए आरोपी ने 30 जनवरी, 2020 को जामिया यूनिवर्सिटी के सामने CAA विरोधी प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाई थी।
फायरिंग करते हुए उसने प्रदर्शनकारियों से कहा था, "ये लो आजादी, मैं दिलाता हूं आजादी।"
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस घटना के बाद उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया था जिससे वह कुछ महीने बाद बाहर आ गया।
वह उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले के जेवर इलाके का रहने वाला है।