मूसेवाला हत्याकांड: गोल्डी बराड़ भारत लाने के प्रयास तेज, इंटरपोल का रेड कॉर्नर नोटिस जारी
क्या है खबर?
पंजाब के मशहूर गायक-रैपर सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी लेने वाले कनाडा में रहने वाले गैंगस्टर गोल्डी बराड़ की गिरफ्तारी के लिए सरकार ने प्रयास तेज कर दिए हैं।
पंजाब पुलिस की सिफारिश के बाद इंटरपोल (अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक पुलिस संगठन) ने गुरुवार को बराड़ के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर दिया है।
इसके साथ ही अब भारत सरकार औपचारिक रूप से कनाडा सरकार से उसके प्रत्यर्पण में तेजी लाने का अनुरोध भी करेगी।
सवाल
क्या होता है रेड कॉर्नर नोटिस?
बता दें रेड कॉर्नर नोटिस अपराध कर विदेश भागे व्यक्ति की गिरफ्तारी और हिरासत की इजाजत देता है। यह अपराध झेलने वाले देश की सिफारिश के आधार पर इंटरपोल द्वारा जारी किया जाता है।
यह नोटिस ऐसे व्यक्ति को ढूंढने या फिर उसे अस्थायी रूप से गिरफ्तार करने के लिए जारी किया जाता है, जिसके ऊपर कोई आपराधिक मामला दर्ज किया गया हो।
यह नोटिस दुनिया को उस व्यक्ति के अपराध से अवगत कराने के साथ अलर्ट भी करता है।
नोटिस
बराड़ के खिलाफ इन अपराधों के तहत जारी किया गया है रेड कॉर्नर नोटिस
एक वरिष्ठ भारतीय अधिकारी ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया, "इंटरपोल ने गुरुवार को कनाडा में रह रहे सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ (28) के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है। उसका जन्म पंजाब में मुक्तसर साहिब में हुआ था और वह भारतीय नागरिक है।"
उन्होंने कहा, "इंटरपोल ने उसके खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, आपराधिक साजिश, अवैध हथियारों की तस्करी सहित विभिन्न मामलों को लेकर यह नोटिस जारी किया गया है।"
बयान
"कनाडा सरकार से करेंगे प्रत्यर्पण में तेजी लाने का अनुरोध"
अधिकारी ने कहा, "आम तौर पर अपराध झेलने वाले देशों से रेड कॉर्नर नोटिस (RCN) के तहत अपराधियों के खिलाफ प्रत्यर्पण कार्यवाही का पता लगाने, हिरासत में लेने और अन्य कार्रवाई शुरू करने की उम्मीद की जाती है। हम कनाडा सरकार से औपचारिक रूप से बराड़ के प्रत्यर्पण की कार्यवाही में तेजी लाने का अनुरोध करेंगे।"
उन्होंने कहा, "इंटरपोल के इस नोटिस के बाद अब बराड़ का कनाडा में खुलेआम घूमना दूभर हो जाएगा।"
जानकारी
छात्र वीजा पर कनाडा गया था बराड़
बता दें कि बराड़ साल 2017 में छात्र वीजा पर कनाडा गया था और वह लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का सक्रिय सदस्य है। उसके खिलाफ नवंबर 2020 और फरवरी 2021 में हत्या, हत्या के प्रयास और शस्त्र अधिनियम के तहत दो मामले दर्ज किए गए थे।
मुलाकात
कनाडा और भारतीय एजेंसियों के अधिकारियों ने की थी मुलाकात
बता दें कि गत मंगलवार को रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) की एक टीम ने दिल्ली में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के समकक्षों से मुलाकात के बाद ट्वीट किया था, 'हमने एक संयुक्त कार्यशाला में भाग लिया, जिसमें सूचना साझा करना और आतंकवाद का मुकाबला करने पर चर्चा हुई।'
इसी तरह दिल्ली में कनाडा के उच्चायुक्त कैमरन मैके ने ट्वीट किया, 'एजेंसियां अंतरराष्ट्रीय अपराध से लड़ने और सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम कर रही हैं।'
पृष्ठभूमि
29 मई को हुई थी मूसेवाला की हत्या
बता दें मूसेवाला 29 मई को दोस्त गुरविंदर और गुरप्रीत के साथ अपनी मौसी से मिलने जा रहे थे।
उसी दौरान पीछे से अन्य कार में सवार आठ हमलावरों ने जवाहरके गांव में उनकी जीप पर 30 राउंड गोलियां बरसाई थी। इसमें मूसेवाला और उनके दोस्त घायल हो गए थे। बाद में मूसावाला को मृत घोषित कर दिया।
इस घटना के बाद मूसेवाला की सुरक्षा कम करने पर राज्य की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार की आलोचना हो रही है।
जिम्मेदारी
गोल्डी बराड़ ने ली थी हत्या की जिम्मेदारी
मूसेवाला की हत्या के बाद गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने फेसबुक पोस्ट के डालकर इसकी जिम्मेदारी ली थी।
उसने कहा था मूसेवाला ने उनके भाई विक्की मिड्डूखेड़ा की हत्या में मदद की थी। उसका बदला ले लिया है।
इसी तरह मामले में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का भी नामने सामने आया था। गुरुवार को दिल्ली पुलिस ने पूछताछ के बाद बिश्नोई को हत्या का मास्टरमाइंड करार दिया था।
हालांकि, शुरुआत में बिश्नोई से हत्या में शामिल होने से इनकार किया था।