कोरोना वायरस: चंडीगढ़ में कैदी बना रहे मास्क, कम रेट पर बाजार में होंगे उपलब्ध
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप व लोगों में इससे बचने के लिए आई जागरुकता के बीच अब बाजारों में मास्क और ग्लव्ज की कमी आ गई है। कई कंपनी इसी का फायदा उठाकर मास्क और ग्लव्ज का स्टॉक कर रही है या फिर उन्हें निर्धारित मूल्य से कहीं अधिक पर बेच रही है। इस बीच मास्क की किल्लत को दूर करने के लिए चंडीगढ़ में मॉडल जेल के कैदियों ने मास्क बनाना शुरू कर दिया है।
जेल के कैदी प्रतिदिन बना रहे 800 मास्क
चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से सेकटर 51 स्थित मॉडल जेल के कैदियों को मास्क बनाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बाद कैदियों ने मास्क बनाना शुरू कर दिया। वर्तमान में जेल के कैदी प्रतिदिन 800 मास्क का निर्माण कर रहे हैं। तैयार मास्क लोगों को बाजार दर से भी काफी कम दर पर मिलेंगे। प्रशासन द्वारा प्रत्येक मास्क की दर 10 रुपये निर्धारित की है। इससे बाजार में मास्क की किल्लत में थोड़ी कमी आने की उम्मीद है।
तैयार मास्क का दुबारा भी किया जा सकता है उपयोग
सहायक महानिरीक्षक जेल विराट कुमार ने बताया कि जेल में कैदियों द्वारा डबल लेयर का मास्क तैयार किया जा रहा है। विशेषज्ञ कैदियों द्वारा तैयार किए गए सैंपल का विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम ने परीक्षण भी कर लिया है और उसे अच्छा बताया है। उपभोक्ता इस मास्क का पांच दिन उपयोग करने के बाद उसे धोकर फिर से इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे लोगों को हर बार नया मास्क खरीदने की समस्या से भी छुटकारा मिल जाएगा।
जेल प्रशासन को मिले मास्क के ऑर्डर
सहायक महानिरीक्षक जेल ने बताया कि मास्कों की आपूर्ति सभी कोरोना प्रभावित राज्यों में की जाएगी। उन्हें पुलिस विभाग की ओर से 1,000 और परिवहन विभाग की ओर से 100 मास्कों का पहला ऑर्डर भी मिल गया है।
कैदियों के परिजनों से मिलने पर लगाई रोक
चंडीगढ़ के जेल विभाग ने कैदियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए उनके परिजनों, अधिवक्ताओं और दोस्तों से मिलने पर 31 मार्च तक के लिए रोक लगा दी है। हालांकि अति आवश्यक होने की सूरत में जेल अधीक्षक द्वारा लिखित में कारण लेने के बाद किसी कैदी को मिलने की अनुमति दी जा सकती है। इसी प्रकार नए कैदी जिन्हें अन्य कार्यों में नहीं लगाया गया है, उन्हें अधिकतम दो बार ही मिलने की अनुमति दी जाएगी।
मास्क का स्टॉक करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई
कोरोना वायरस के बाद बढ़ी मास्क की मांग को लेकर स्टॉक करने वाले मेडिकल दुकानदारों पर कार्रवाई के लिए उपखंड मजिस्ट्रेट ने छापेमारी करने के आदेश दिए हैं। इसके बाद औषधि निरीक्षक की ओर से बुधवार को सेकटर 23 स्थित सभी मेडिकल दुकानों की जांच की गई थी। हालांकि, जांच में किसी भी दुकान पर मास्क का अवैध स्टॉक नहीं मिला है। उपखंड मजिस्ट्रेट ने बताया कि अवैध स्टॉक रखने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
केरल सरकार ने भी कैदियों से बनवाए मास्क
जेल में कैदियों से मास्क बनवाने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले केरल सरकार ने मास्क की किल्लत को देखते हुए राज्य की सभी जेलों के कैदियों से मास्क बनवाने का आदेश दिया था। गत 15 मार्च को तिरुवनंतपुरम जेल के कैदियों द्वारा तैयार की मास्क की पहली खेप वितरण के लिए सौंप दी गई थी। इसी तरह अन्य जेलों के कैदियों द्वारा भी मास्क बनाने का काम युद्ध स्तर पर जारी है।
दुनिया और भारत में ये है कोरोना वायरस की स्थिति
कोरोना वायरस धीरे-धीरे दुनिया के सभी देशों को अपने चपेट में लेता जा रहा है। दुनियाभर में अब तक इससे 8,262 लोगों की मौत हो चुकी है। इसी तरह दो लाख चार हजार 416 लोगों से इससे संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है। वहीं भारत में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 152 पहुंच गई है। इनमें 9 नए मरीज बुधवार को मिले हैं। इसके अलावा अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है।