स्वच्छ सर्वेक्षण 2020: इंदौर लगातार चौथी बार बना देश का सबसे स्वच्छ शहर
क्या है खबर?
केंद्र सरकार ने देशभर के शहरों में साफ-सफाई से संबंधित 'स्वच्छ सर्वेक्षण 2020' के परिणामों की गुरुवार को घोषणा कर दी है।
इसमें मध्य प्रदेश के इंदौर शहर को लगातार चौथी बाद देश का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है।
इसके अलावा सूरत को देश का दूसरा और महाराष्ट्र के नवी मुंबई को तीसरा सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है।
परिणामों की घोषणा केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एक समारोह में की।
वाराणसी
वाराणसी को मिला गंगा नदी के किनारे बसे सबसे साफ शहर का खिताब
शहरी विकास मंत्रालय के ने वाराणसी को गंगा नदी के किनारे बसा सबसे साफ शहर करार दिया है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में वाराणसी का प्रतिनिधित्व करते हैं।
पंजाब के जालंधर कैंट को सबसे स्वच्छ छावनी का खिताब मिला है। इसी तरह एक लाख से अधिक की आबादी वाली श्रेणी में उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर तथा एक लाख से कम आबादी वाले शहरों की श्रेणी में महाराष्ट्र के कारड को सर्वश्रेष्ठ शहर का खिताब मिला है।
प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने इंदौर वासियों को दी बधाई
अमर उजाला के अनुसार इंदौर का लगातार चौथी बार सबसे स्वच्छ शहर घोषित किए जाने को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने इंदौर वासियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है इंदौर इस श्रेणी में छक्का लगाएगा।
इसी तरह केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इंदौर के लोगों का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा कि इंदौर के लोगों ने स्वच्छता के प्रति अनुकरणीय समर्पण दिखाया है। इसके लिए मुख्यमंत्री और नगर निगम को भी बधाई।
अन्य अवार्ड
100 से अधिक शहरों वाला सबसे स्वच्छ राज्य बना छत्तीसगढ़
आवास और शहरी विकास मंत्रालय ने 100 से अधिक शहरों वाले राज्यों की सूची में छत्तीसगढ़ को सबसे स्वच्छ शहर करार दिया है। इसी तरह 100 कम शहरों वाले राज्यों में स्वच्छता का खिताब झारखंड के नाम रहा है।
शहर को स्वच्छ रखने में अधिकतम नागरिक भागीदारी का अवार्ड शाहजहांपुर, 40 लाख से अधिक आबादी की सबसे स्वच्छ मेगा सिटी अहमदाबाद, 40 लाख से अधिक आबादी का सर्वश्रेष्ठ स्व-प्रेरित शहर बेंगलुरू को चुना गया है।
जोधुपर
तेजी से स्वच्छता की ओर बढ़ता शहर बना जोधपुर
देश में तेजी से स्वच्छता की ओर बढ़ते शहर का खिताब राजस्थान के जोधपुर को मिला है।
इसी तरह स्वच्छता के मामले में 10 लाख से अधिक आबादी वाला स्व-प्रेरित शहर राजकोट, 10 लाख से कम आबादी में मैसूर, सबसे छोटा साफ शहर छत्तीसगढ़ का अंबिकापुर, एक से तीन लाख की आबादी का सबसे स्वच्छ शहर तिरुपति, सबसे स्वच्छ राजधानी नई दिल्ली, सबसे तेज गति से स्वच्छता की ओर बढ़ती राजधानी लखनऊ है।
जानकारी
उत्तर भारत का सबसे स्वच्छ शहर बना गंगाघाट
उत्तर भारत के का सबसे स्वच्छ शहर उत्तर प्रदेश के गंगाघाट, उत्तर भारत में 25 से 50 हजार की आबादी का सबसे स्वच्छ शहर पंजाब के नवाशहर, उत्तर भारत में 25 हजार से कम आबादी का सबसे स्वच्छ शहर अवागढ़ को चुना गया है।
सर्वेक्षण
स्वच्छ सर्वेक्षण में 1.90 करोड़ लोगों ने लिया हिस्सा
दुनिया के सबसे बड़े स्वच्छता सर्वेक्षण में देश के 4,242 शहरों, 62 छावनी बोर्डों और 92 गंगा के समीप बसे कस्बों के करीब 1 करोड़ 90 लोगों ने हिस्सा लिया था।
करीब एक महीने चले इस सर्वेक्षण में 1.70 करोड़ लोगों ने स्वच्छता ऐप पर पंजीकरण किया। सोशल मीडिया पर 11 करोड़ से अधिक लोग इससे जुड़े।
5.5 लाख से अधिक सफाई कर्मचारी सामाजिक कल्याण योजनाओं से जुड़े और कचरा जाम होने वाले 21 हजार स्थानों की पहचान की गई।
शुरुआत
साल 2016 में हुई थी स्वच्छ सर्वेक्षण की शुरुआत
स्वच्छ सर्वेक्षण की शुरुआत 2016 से की गई थी। सर्वेक्षण के पहले संस्करण में भारत में सबसे स्वच्छ शहर का खिताब मैसुरू ने हासिल किया था।
उसके बाद से इंदौर लगातार तीन साल तक (2017, 2018, 2019) शीर्ष स्थान पर रहा था और साल 2020 में भी इंदौर ने यह खिताब जीतकर अपने रिकॉर्ड को मजबूत कर लिया है।
इस सर्वेक्षण में 4,242 शहरों, 62 छावनी बोर्डों और 92 गंगा के समीप बसे कस्बों की रैंकिंग जारी की गई है।