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भारतीय सैन्य अधिकारी ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर दिया हैरान करने वाला बयान, सरकार ने किया खंडन
इंडोनेशिया में रक्षा अताशे कैप्टन शिव कुमार के बयान के बाद भारत में विवाद

भारतीय सैन्य अधिकारी ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर दिया हैरान करने वाला बयान, सरकार ने किया खंडन

लेखन गजेंद्र
Jun 30, 2025
09:50 am

क्या है खबर?

इंडोनेशिया में भारतीय दूतावास के सैन्य अधिकारी कैप्टन शिव कुमार (रक्षा अताशे) ने 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर एक ऐसा बयान दिया है, जिसको लेकर विवाद खड़ा हो गया है। उन्होंने जकार्ता विश्वविद्यालय में आयोजित एक सेमिनार में कहा कि ऑपरेशन के दौरान पहले पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर हमलों की अनुमति नहीं थी, जिससे भारत को नुकसान हुआ। उनकी टिप्पणी के बाद इंडोनेशिया में भारतीय दूतावास ने अपना बयान जारी कर 'इसे गलत तरीके से पेश किया गया' बताया है।

बयान

सैन्य अधिकारी ने क्या कहा था?

भारतीय नौसेना के कैप्टन शिव कुमार ने 10 जून को विश्वविद्यालय में 'भारत-पाक वायु युद्ध और इंडोनेशिया की सामरिक रणनीति' विषय पर आयोजित सेमिनार में भाग लिया, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल है। इसमें कैप्टन कुमार ने अपनी प्रस्तुति देते हुए भारतीय लड़ाकू विमानों के खोने का कारण भारतीय राजनीतिक नेतृत्व के फैसला न लेने को बताया। उन्होंने बताया कि नुकसान के बाद भारत ने ऑपरेशन में अपनी रणनीति बदली थी।

बयान

क्या है सैन्य अधिकारी का पूरा बयान?

कैप्टन कुमार ने कहा, "हमने कुछ लड़ाकू विमान खोए। यह केवल राजनीतिक नेतृत्व द्वारा सैन्य प्रतिष्ठान या उनकी हवाई सुरक्षा पर हमला न करने के लिए दी गई बाध्यता के कारण हुआ। इसके बाद रणनीति बदली और हमने सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला किया। हमने दुश्मन की वायु रक्षा प्रणाली को ध्वस्त किया, फिर ब्रह्मोस से हमारे सभी हमले आसानी से सफल हो गए।" बता दें, रक्षा अताशे विदेशी दूतावास या उच्चायोग में रक्षा संबंधी मामलों के लिए नियुक्त होते हैं।

सफाई

सैन्य अधिकारी के बयान के बाद दूतावास ने क्या दी सफाई?

कैप्टन के बयान के बाद इंडोनेशिया में भारतीय दूतावास ने एक्स पर अपनी सफाई दी है। दूतावास ने कहा, 'कैप्टन की टिप्पणियों को संदर्भ से बाहर लिया गया है और मीडिया रिपोर्ट वक्ता के इरादे को गलत तरीके से पेश करती है। प्रस्तुति में बताया गया कि भारतीय सेना हमारे कुछ पड़ोसी देशों के विपरीत नागरिक राजनीतिक नेतृत्व के तहत काम करती है और ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य आतंकवादी बुनियादी ढांचे को निशाना बनाना था और भारतीय प्रतिक्रिया गैर-उग्र थी।'

विवाद

बयान सामने आने पर कांग्रेस ने सरकार को घेरा

कैप्टन का बयान आने के बाद कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियां भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर हमलावर हैं। उन्होंने केंद्र पर देश को गुमराह करने का आरोप लगाया है। पार्टी के महासचिव जयरमेश ने कहा कि पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) ने सिंगापुर में कई खुलासे किए थे, अब इंडोनेशिया में भारतीय वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने ऐसा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी दलों को विश्वास में लेने से क्यों हिचक रहे हैं?

बयान

CDS ने क्या कहा था?

CDS जनरल अनिल चौहान ने कुछ समय पहले सिंगापुर में ब्लूमबर्ग से बात करते हुए कहा था कि पाकिस्तान के साथ संगर्ष के साथ भारत ने अपने कुछ लड़ाकू विमान खो दिए थे। हालांकि, उन्होंने इसकी संख्या नहीं बताई। उन्होंने कहा था कि यह जरूरी बात यह नहीं है कि जेट विमान क्यों गिराए गए, बल्कि जरूरी बात यह है कि वे क्यों गिराए गए। इसको लेकर भी भारत में काफी हंगामा हुआ था।

ऑपरेशन

क्या है ऑपरेशन सिंदूर

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को पाकिस्तानी आतंकियों ने 26 पुरुष पर्यटकों की गोली मारकर हत्या कर दी, जिसके बाद भारत में काफी गुस्सा देखा गया। भारतीय सेना ने 7 मई को इसके जवाब में 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाकर पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया। इसके बाद तनाव बढ़ गया। पाकिस्तान ने भारत पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए, जिसके बाद भारत ने पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। पाकिस्तान 10 मई को युद्धविराम के लिए आगे आया।