रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का बड़ा बयान, दिए भारत की परमाणु नीति में बदलाव के संकेत
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत की परमाणु नीति में बड़े बदलाव के संकेत दिए हैं। पोखरण दौरे पर पहुंचे राजनाथ ने कहा, "आज तक हमारी परमाणु नीति 'नो फर्स्ट यूज' की रही है। भविष्य में क्या होगी यह परिस्थितियों पर निर्भर करेगी।" परमाणु शक्ति संपन्न देश बनने के बाद भारत ने कहा था कि वह एक जिम्मेदार देश है और वह अपने परमाणु हथियारों को किसी देश के खिलाफ 'पहले इस्तेमाल' नही करेगा।
राजनाथ ने पोखरण में वाजपेयी को दी श्रद्धांजलि
अपने पोखरण दौरे के दौरान राजनाथ ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की उनकी पहली पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी। वाजपेयी के प्रधानमंत्री रहते हुए ही भारत ने मई, 1998 में पोखरण में परमाणु परीक्षण किया था।
परमाणु नीति में बदलाव के संकेत?
भारत ने 1974 में किया था पहला परमाणु परीक्षण
पड़ोसी देश चीन द्वारा साल 1964 में किए गए परमाणु परीक्षण के लगभग एक दशक बाद 1974 में भारत ने पहला परमाणु परीक्षण किया था। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल में हुए परीक्षण को 'स्माइलिंग बुद्धा' नाम दिया गया था। इसके बाद भारत ने 11 और 13 मई, 1998 को राजस्थान के पोखरण में 5 परमाणु परीक्षण किये थे। दोनों परीक्षणों के बाद भारत पर कई तरह के अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध लग गए थे।
भाजपा ने 2014 के चुनावी घोषणा-पत्र में कही थी परमाणु नीति में बदलाव की बात
केंद्र में सत्तारूढ भारतीय जनता पार्टी ने 2014 लोकसभा चुनावों के घोषणा-पत्र में देश की परमाणु नीति में बदलाव की बात कही थी। हालांकि भाजपा ने इस बारे में विस्तार से नहीं बताया था कि वो नीति में किस प्रकार के बदलाव करेगी। पोखरण परीक्षण के बाद वाजपेयी की सरकार ने ही यह नीति बनाई थी कि भारत अपने परमाणु हथियारों का पहले प्रयोग नहीं करेगा।
ये हैं भारत की परमाणु नीति की बड़ी बातें
दुश्मन के खिलाफ परमाणु हमले का फैसला राजनीतिक नेतृत्व करेगा। हालांकि, इसमें न्यूक्लियर कमांड अथॉरिटी का सहयोग होगा। जिन देशों के पास परमाणु हथियार नहीं है, भारत उनके खिलाफ अपने परमाणु हथियार इस्तेमाल नहीं करेगा। भारत या देश के सुरक्षाबलों के खिलाफ कोई रासायनिक या जैविक हमला होता है तो भारत का परमाणु हथियार इस्तेमाल करने का रास्ता खुला है। भारत परमाणु मुक्त दुनिया बनाने की वैश्विक पहल के पक्ष में रहेगा और परमाणु निशस्त्रीकरण के विचार का समर्थन करेगा।