चीन के समर्थन से पाकिस्तान बढ़ा रही अपनी नौसेना की ताकत, सेना प्रमुख का दावा
भारतीय नौसेना के प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने सोमवार को दावा किया कि पाकिस्तान चीन के समर्थन से अपनी नौसेना ताकत को बढ़ा रहा है। त्रिपाठी ने नौसेना दिवस पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "हम पाकिस्तानी नौसेना की आश्चर्यजनक वृद्धि से अवगत हैं। उनका लक्ष्य 50 जहाजों वाली सेना बनना है। उनकी अर्थव्यवस्था को देखें तो, यह आश्चर्यजनक है कि वे इतने जहाज कैसे बना या खरीद रहे? उन्होंने अपने लोगों के कल्याण के बजाय हथियारों को चुना है।"
चीन की मंशा पाकिस्तान को मजबूत करना- त्रिपाठी
एडमिरल त्रिपाठी ने कहा, "चीन के समर्थन से पाकिस्तान की नौसेना के कई युद्धपोत और पनडुब्बियां बनाई जा रही हैं, जो यह दिखाता है कि चीन पाकिस्तान की नौसेना को मजबूत बनाने में दिलचस्पी ले रहा है। उनकी 8 नई पनडुब्बियां पाकिस्तानी नौसेना के लिए महत्वपूर्ण युद्ध क्षमताएं होंगी, लेकिन हम उनकी क्षमताओं से पूरी तरह अवगत हैं। इसलिए हम अपने पड़ोसियों से सभी खतरों से निपटने में सक्षम होने के लिए अपनी अवधारणाओं में बदलाव कर रहे हैं।"
आगे क्या बोले एडमिरल?
एडमिरल त्रिपाठी ने आगे कहा, "हम चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) नौसेना, उनके युद्धपोतों और उनके अनुसंधान जहाजों सहित क्षेत्र-बाह्य ताकतों पर नजर रख रहे हैं और जानते हैं कि वे क्या कर रहे हैं और इस समय कहां हैं? महासागर सबके लिए खुले हैं और कोई भी इसमें काम कर सकता है, लेकिन जब तक वे हमारी सुरक्षा को प्रभावित न करें, तभी तक। हमारे पास महासागरों में गतिविधियों की निगरानी के लिए स्थापित और प्रभावी संरचना है।"