भारतीय दूतावास कर्मी ने पाकिस्तान को भेजे थे पनडुब्बी और लड़ाकू विमानों के गोपनीय दस्तावेज- रिपोर्ट
क्या है खबर?
पाकिस्तान की जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार भारतीय दूतावास के कर्मचारी सतेंद्र सिवाल को लेकर उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने कुछ नए खुलासे किए हैं।
इंडिया टुडे के मुताबिक, सिवाल ने लड़ाकू विमानों और पनडुब्बियों के साथ-साथ भारतीय वायुसेना और भारतीय नौसेना की हथियार प्रणालियों से संबंधित गोपनीय दस्तावेज पाकिस्तान की इंटर इंटेलीजेंस सर्विस (ISI) को भेजे थे।
मेरठ में ATS निरीक्षक राजीव त्यागी ने बताया कि सिवाल ने दस्तावेज एक महिला से साझा किए थे।
जासूसी
साझा किए गए दस्तावेज अभी भी सिवाय के फोन में
त्यागी ने बताया कि सिवाल ने दावा किया कि उसने महिला के साथ जो दस्तावेज साझा किए थे, वे अभी भी उसके फोन में हैं। सिवाल के फोन और उसके द्वारा इस्तेमाल किए गए अन्य गैजेट्स की फोरेंसिक जांच की जा रही है।
जांच में पता चला है कि सिवाल ISI हैंडलर्स के नेटवर्क के साथ भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल था और जिस महिला से सिवाल बातचीत कर रहा था, उसका सोशल मीडिया अकाउंट पाकिस्तान द्वारा संचालित था।
घटना
4 फरवरी को लखनऊ से गिरफ्तार हुआ था सिवाल
सिवाल 2021 से मॉस्को में भारतीय दूतावास में भारत आधारित सुरक्षा सहायक (IBSA) के रूप में कार्यरत था। उसको 4 फरवरी को लखनऊ में ATS की मेरठ इकाई ने गिरफ्तार किया था।
वह हापुड़ के शाहमहिउद्दीनपुर गांव का निवासी है।
सिवाल पिछले साल पूजा मेहरा नाम की महिला के संपर्क में आया था, जिसने उसे हनी ट्रैप में फंसाया और पैसे के बदले गुप्त दस्तावेज साझा करने का प्रलोभन दिया था।
सिवाल 16 फरवरी तक ATS रिमांड में है।