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पशुपतिनाथ के दर्शन कर लौट रहे भारतीय तीर्थयात्रियों की बस पर काठमांडू में हमला, सामान लूटा
नेपाल ने प्रदर्शन के बीच भारतीय तीर्थयात्रियों की बस को भी निशाना बनाया गया (फाइल तस्वीर)

पशुपतिनाथ के दर्शन कर लौट रहे भारतीय तीर्थयात्रियों की बस पर काठमांडू में हमला, सामान लूटा

लेखन गजेंद्र
Sep 12, 2025
02:19 pm

क्या है खबर?

नेपाल में हिंसक प्रदर्शन और अशांति के बीच परेशान करने वाली खबर आई है। यहां काठमांडू में भारतीय तीर्थयात्रियों की एक बस को निशाना बनाया गया और यात्रियों को लूटा गया। घटना उस समय हुई, जब आंध्र प्रदेश से काठमांडू गए तीर्थयात्रियों का जत्था पशुपतिनाथ के दर्शन करके लौट रहा था। हमले में कुछ यात्री घायल भी हुए हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, बदमाशों ने बस पर पत्थर चलाकर खिड़कियां तोड़ दी और यात्रियों के मोबाइल, नकदी-बैग लूट लिए।

हमला

नेपाली सेना की मदद से सुरक्षित बचे

उत्तर प्रदेश के पंजीकरण वाली बस एक कर्मचारी श्यामू निषाद ने बताया कि हमले के समय नेपाली सेना के जवानों ने उनकी मदद और हमलावरों को खदेड़ा। कम से कम 8 यात्री घायल हुए हैं। बाद में सभी यात्रियों को भारत सरकार के अधिकारियों ने काठमांडू से दिल्ली हवाई मार्ग के जरिए पहुंचाने की व्यवस्था की। क्षतिग्रस्त बस गुरुवार शाम को उत्तर प्रदेश में महाराजगंज के पास सोनौली सीमा पर पहुंची है।

अलर्ट

सीमा पर अलर्ट जारी

नेपाल में हिंसा और तनाव के बीच भारतीय अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी है और अलर्ट जारी किया है। सीमा के दोनों तरफ सुरक्षा अधिकारी नागरिकता कार्ड देखकर ही फंसे नेपाली नागरिकों को नेपाल में जाने की अनुमति दे रही है। भारत की ओर से पर्यटकों का जाना अभी बंद है। नेपाल से भारतीय पर्यटक, मजदूर और अन्य लोग वापस भारत लौट रहे हैं।

व्यापार

2 दिन से ठप पड़ा था आयात-निर्यात, अब जारी

नेपाली मीडिया के मुताबिक, हिंसा के कारण 2 दिन से दोनों तरफ आयात-निर्यात ठप पड़ा था, लेकिन अब फिर से जरूरी सामानों की ढुलाई शुरू हो गई है। बीरगंज सीमा शुल्क कार्यालय से पता चला कि अकेले गुरुवार को 44 पेट्रोल टैंकर और 40 बुलेट टैंकर अपने गंतव्य तक पहुंचाए गए। इसके अलावा, एक दवा ट्रक भी रवाना किया गया है। भैरवाह सीमा से भी जरूरी सब्जियां और फल लेकर 15-20 वाहन सीमा शुल्क में प्रवेश कर चुके हैं।

जानकारी

जयपुर के यात्रियों पर भी हुआ था हमला

हिंसा के दौरान जयपुर के गोनेर, तितरिया, वाटिका, टोंक फाटक और आसपास के गांवों से करीब 500 लोग अलग-अलग समूहों में 10 बसों में नेपाल गए थे। तभी वहां हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गया था। उनकी बसों पर पथराव हुआ था। हालांकि, सभी सुरक्षित थे।

सीमा

चीन से जुड़ी सीमा का क्या है हाल?

भारत की तरह नेपाल की सीमा चीन से भी जुड़ी हुई है, जो हिंसक प्रदर्शन के चलते प्रभावित रही। चीन से लगी तातोपानी, रसुवा और कोरला सीमा चौकियां चालू हैं, लेकिन रसुवा सीमा चौकी फिलहाल बंद है। यहां बारिश, भूस्खलन और बाढ़ के कारण विपरीत परिस्थितियां हैं। तातोपानी और कोराला चौकियां भी पूरी तरह से शुरू नहीं हुई हैं। यहां फिलहाल कुलियों के जरिए सामान पहुंचाया जा रहा है। आवागमन भी काफी कम है।