केंद्र सरकार ने गैंगस्टर गोल्डी बराड़ को आतंकी घोषित किया, रची थी मूसेवाला हत्याकांड की साजिश
पंजाब के गैंगस्टर गोल्डी बराड़ को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सोमवार को आतंकी घोषित कर दिया। गोल्डी को गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (UAPA) के तहत आतंकवादी घोषित किया गया है। गोल्डी को गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का 'दाहिना हाथ' कहा जाता है। वह पंजाबी गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की हत्या का मास्टरमाइंड है। बता दें कि इससे पहले मंत्रालय लखबीर सिंह लांडा को भी आतंकी घोषित कर चुका है।
गृह मंत्रालय ने गोल्डी पर क्यों प्रतिबंध लगाया?
गृह मंत्रालय की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि गोल्डी प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़ा है, उसे सीमा पार से आतंकवादी एजेंसियों का समर्थन प्राप्त है और वह कई हत्याओं में शामिल रहा है। गोल्डी पर नेताओं को धमकी भरे कॉल करके फिरौती मांगने, विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर हत्याओं के दावे पोस्ट करने और ड्रोन के माध्यम से सीमा पार से हथियारों, गोला-बारूद और विस्फोटक सामग्री की तस्करी करने का भी आरोप है।
गोल्डी पर और क्या हैं आरोप?
मंत्रालय ने कहा कि यह गैंगस्टर हत्याओं को अंजाम देने के लिए शार्प शूटरों को आपूर्ति करने में भी शामिल था। इसके अलावा, मंत्रालय ने कहा, "वह और उसके सहयोगी तोड़फोड़ करने, आतंकवादी मॉड्यूल को खड़ा करने, लक्षित हत्याएं करने और अन्य राष्ट्र विरोधी गतिविधियों समेत नापाक मंसूबों के माध्यम से पंजाब राज्य में शांति, सांप्रदायिक सद्भाव और कानून व्यवस्था को बाधित करने की साजिश में शामिल रहे हैं।"
मूसेवाला की हत्या का मास्टरमाइंड है गोल्डी
लॉरेंस बिश्नोई की गैंग के गोल्डी बराड़ ने 2022 में पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली थी। मूसेवाला की मई, 2022 में पंजाब के मनसा जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जांच के बाद पुलिस ने बराड़ को इस हत्या के पीछे का मास्टरमाइंड बताया था। इंटरपोल ने सिद्धू की हत्या के कुछ दिनों बाद जून, 2022 में गोल्डी के प्रत्यर्पण के लिए रेड कॉर्नर नोटिस (RCN) जारी किया था।
गैंगस्टर गोल्डी बराड़ कौन है?
गोल्डी का असली नाम सतविंदर सिंह उर्फ सतिंद्रजीत सिंह है। गोल्डी का जन्म 11 अप्रैल, 1994 को हुआ था। वह पंजाब के श्री मुक्तसर साहेब का रहने वाला है और वर्तमान में कनाडा के ब्रैम्पटन में रह रहा है। उसने साल 2022 में मोहाली स्थित पंजाब पुलिस के मुख्यालय और तरन तारन के सरहाली थाने पर रॉकेट से हमला करवाया था। साल 2017 में खालिस्तानी आतंकी हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा के सहयोग से वह भारत से फरार हो गया था।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
भारत सरकार ने 30 दिसंबर को कनाडा में छिपे 33 वर्षीय खालिस्तानी गैंगस्टर लखबीर सिंह लांडा को आतंकवादी घोषित किया था। गृह मंत्रालय ने लांडा को UAPA के तहत 'आतंकवादी' घोषित किया था। गृह मंत्रालय के अनुसार, लांडा पर मोहाली पुलिस मुख्यालय पर हमले के अलावा सीमापार से पंजाब में आतंकवादी गतिविधियों में लगे विभिन्न मॉड्यूलों को अत्याधुनिक हथियार, विस्फोटक और फंडिग उपलब्ध कराने का आरोप है।