देश मना रहा 73वां गणतंत्र दिवस, राजपथ पर दिखी भारत की शक्ति
क्या है खबर?
आज पूरा देश आज 73वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। आज ही के दिन 72 साल पहले भारतीय संविधान लागू हुआ था।
दिल्ली में राजपथ पर हुए समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ध्वजारोहण किया जिसके बाद राष्ट्रगान गाया गया और 21 तोपों की सलामी दी गई।
इसके बाद राजपथ पर अलग-अलग राज्यों का झांकियों और देश की सैन्य ताकत की झलकियां दिखाई गईं।
पिछली बार की तरह इस बार भी समारोह में कोई विदेशी मुख्य अतिथि शामिल नहीं हुआ।
समारोह
10 की बजाय 10:30 बजे शुरू हुआ समारोह
हर बार 10 बजे की बजाय इस बार गणतंत्र दिवस का समारोह सुबह 10:30 बजे शुरू हुआ। घने कोहरे के कारण समय में ये बदलाव किया गया है।
सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी और फिर वे परेड देखने राजपथ पहुंचे।
इसके बाद राष्ट्रपति ने झंडा फहराया और राष्ट्रगान के बाद 21 तोपों की सलामी दी गई। राष्ट्रपति की एक सलामी के साथ परेड की शुरूआत हुई।
झांकियां
परेड में निकाली गईं कुल 25 झांकियां
परेड के दौरान विभिन्न राज्यों, विभागों और सशस्त्र बलों की 25 झांकियों का भी प्रदर्शन किया गया। राज्यों की 12 झांकियां प्रदर्शित की गईं। उत्तर प्रदेश की झांकी में पहली बार काशी विश्वनाथ धाम का प्रदर्शन किया गया।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने भी दो झांकियां निकालीं जिनमें रक्षा क्षेत्र में देश की तकनीकी उपलब्धियों का प्रदर्शन किया गया।
इसके बाद 480 डांसर्स ने सांस्कृतिक प्रदर्शन किया और फिर जवानों ने मोटरसाइकिलों पर स्टंट किए।
यूनिफॉर्म
17 सैन्य दलों ने की पैदल मार्च, पुरानी यूनिफॉर्म्स का किया प्रदर्शन
सैन्य प्रदर्शन की बात करें तो सशस्त्र बलों, केंद्रीय अर्धसैनिक बलों, दिल्ली पुलिस, राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC), राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के 16 सैन्य दलों और 17 सैन्य बैंड, पाइप और ड्रम बैंड ने पैदल मार्च किया।
सैन्य दलों ने अपनी मार्च में पिछले 75 साल में सेना द्वारा पहनी गई सारी यूनिफॉर्म का प्रदर्शन किया।
नौसेना के दल में 96 जवान और चार अधिकारी शामिल रहे। इसी तरह वायुसेना के दल में भी 96 जवान और चार अधिकारी रहे।
सैन्य शक्ति का प्रदर्शन
दुनिया ने देखी भारत की सैन्य शक्ति
सैन्य शक्ति की बात करें तो परेड में सेंचुरियन टैंक, PT-76 टैंक, MBT अर्जुन MK-I टैंक और APC तोपाज को प्रदर्शित किया गया। देश में बनाई गई 75/24 पैक होवित्जर तोप की भी परेड मे झांकी पेश की गई।
नौसेना ने अपनी झांकी में पहले स्वदेशी विमान वाहक 'INS विक्रांत' का दमखम दिखाया।
वायुसेना की झांकी में मिग-21 लड़ाकू विमान, जीनैट लड़ाकू विमान, लाइट कॉम्बेट हेलीकॉप्टर (LHC), अश्र्लेषा रडार, सेना के संचार उपग्रह जीसैट-7A और राफेल लड़ाकू विमान दिखाए गए।
फ्लाई पास्ट
वायुसेना के 75 विमानों ने दिखाए हवा में करतब
परेड के अंत में भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टर्स ने फ्लाई पास्ट किया जिसका पूरे देश को इंतजार रहता है।
इस साल पहली बार वायुसेना के 75 विमानों ने विभिन्न फॉर्मेशन में करतब दिखाए। इन विमानों में राफेल, सुखोई और जगुआर जैसे लड़ाकू विमान शामिल रहे। चिनूक और Mi-17 हेलीकॉप्टर्स भी इसमें शामिल हुए।
पहली बार दूरदर्शन पर फ्लाई पास्ट के दौरान कॉकपिट के वीडियो दिखाए गए।
अंत में राष्ट्रगान के साथ समारोह का अंत हुआ।
महामारी का असर
महामारी के कारण केवल 24,000 लोग हुए समारोह में शामिल
कोरोना वायरस महामारी के कारण समारोह में केवल 24,000 लोग शामिल हुए। महामारी से पहले हर साल इस बहुप्रतीक्षित समारोह में सवा लाख लोग शामिल होते थे।
24,000 में से 5,200 सीटें आम दर्शकों के लिए रहीं, वहीं लगभग 19,000 मेहमानों को आमंत्रित किया गया।
समारोह में केवल उन्हीं लोगों को प्रवेश दिया गया जिन्हें कोविड वैक्सीन की दोनों खुराकें लग चुकी हों। 15 साल के कम उम्र के बच्चे इस बार समारोह में शामिल नहीं हुए।