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उत्तराखंड में बादल फटने के बाद इन इलाकों में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी
उत्तरकाशी के धराली में मंगलवार को आई आपदा के बाद का दृश्य (तस्वीर: एक्स/@sumantkabir)

उत्तराखंड में बादल फटने के बाद इन इलाकों में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी

लेखन गजेंद्र
Aug 06, 2025
09:20 am

क्या है खबर?

उत्तराखंड के उत्तरकाशी में मंगलवार दोपहर को बादल फटने के बाद आई बाढ़ में अब तक 130 लोगों को बचाया गया है, जबकि 4 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बुधवार को भी कई इलाकों में भारी बारिश की संभावना जताई है और हरिद्वार, नैनीताल और उधम सिंह नगर सहित कई इलाकों में आज भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। कई अन्य इलाकों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

बारिश

स्कूल और कॉलेज बंद, 163 सड़कें अवरुद्ध

राज्य सरकार ने खराब मौसम को देखते हुए देहरादून, नैनीताल, टिहरी, चमोली, रुद्रप्रयाग, चंपावत, पौड़ी, अल्मोड़ा और बागेश्वर जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद करने को कहा है। चंपावत, बागेश्वर, उत्तरकाशी, पौड़ी टिहरी और देहरादून में बुधवार को भारी बारिश की संभावना है। राज्य में बारिश और भूस्खलन के कारण 163 सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं, जिनमें 5 राष्ट्रीय राजमार्ग, 7 राज्य राजमार्ग और 2 सीमा सड़कें भी शामिल हैं। मार्गों को ठीक किया जा रहा है।

आपदा

उत्तरकाशी में 130 लोगों को बचाया गया, सैन्य जवान अब भी लापता

उत्तरकाशी के धराली गांव में मंगलवार दोपहर को बादल फटने के बाद आई बाढ़ की चपेट में आकर कई घर नष्ट हो गए हैं। सेना के 11 जवान अब भी लापता हैं। बादल फटने की घटना हर्षिल स्थित भारतीय सेना शिविर से लगभग 4 किलोमीटर दूर घटी थी, जिससे शिविर भी प्रभावित हुआ था। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) मृतकों की तलाश के लिए खोजी कुत्तों का सहारा लेगी। कुत्तों की जोड़ी को दिल्ली से हवाई मार्ग से लाया जाएगा।

बचाव

बचाव अभियान हो रहा प्रभावित

उत्तराखंज में 169 सड़कों के अवरुद्ध होने से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कर्मियों का पहुंचना मुश्किल हो रहा है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र राजधानी देहरादून से करीब 140 किलोमीटर दूर है। हालांकि, अब तक विभिन्न स्थानों से 35 बचावकर्मियों वाली तीन NDRF टीमें घटनास्थल पर भेजी जा चुकी हैं और दो अन्य टीमें देहरादून हवाई अड्डे पर हैं, जो हवाई मार्ग से पहुंचने का इंतजार कर रही हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी आंध्र प्रदेश से लौट आए हैं।

खतरा

नदियां उफान पर 

मुख्यमंत्री धामी ने मंगलवार शाम को देहरादून लौटकर सबसे पहले आपातकालीन समीक्षा बैठक की। उन्होंने जिला अधिकारियों को खोज और राहत कार्यों में तेजी लाने और प्रभावित इलाकों में जरूरी सामान पहुंचाने का निर्देश दिया है। लगातार बारिश के कारण राज्य में नदियां उफान पर हैं। रुद्रप्रयाग में अलकनंदा नदी खतरे के निशान पर है, जिससे केदारनाथ यात्रा स्थगित कर दी गई है। बागेश्वर में गोमती और सरयू उफान पर हैं। कोटद्वार व अन्य पहाड़ी इलाकों में बारिश जारी है।

ट्विटर पोस्ट

उत्तराखंड में रास्ते प्रभावित

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नदियां उफान पर