IIT बॉम्बे आत्महत्या मामला: छात्र से होता था जातिगत भेदभाव, बदल गया था दोस्तों का व्यवहार
महाराष्ट्र के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) बॉम्बे में छात्र दर्शन सोलंकी की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने एक नई जानकारी साझा की है। NDTV के मुताबिक, पुलिस ने आरोपपत्र में बताया है कि छात्र ने अपनी मां को टेलीफोन पर बताया था कि IIT बॉम्बे में जाति के आधार पर भेदभाव होता है। छात्र की मां ने बताया कि सोलंकी के दोस्तों को जब उसकी जाति के बारे में पता चला तो उनके व्यवहार में बदलाव आ गया था।
आत्महत्या वाले दिन छात्र ने कही थी घर आने की बात
सोलंकी की मां ने पुलिस को बताया कि 12 फरवरी को उनके बेटे ने दोपहर 12ः20 बजे फोन कर कहा था कि वह 14 फरवरी को घर आएगा, लेकिन 2 घंटे बाद उनके पति को फोन आया कि उनका बेटा नहीं रहा। आरोपपत्र में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि कुछ छात्र और दोस्त उसे मुफ्त शिक्षा की बात करके हमेशा ताना मारते थे। आरोपपत्र में छात्र और प्रोफेसर समेत 55 गवाहों के बयान शामिल हैं।
क्या है मामला?
गुजरात के अहमदाबाद निवासी दर्शन सोलंकी ने सेमेस्टर परीक्षा समाप्त होने के एक दिन बाद 12 फरवरी, 2023 को छात्रावास की इमारत की सातवीं मंजिल से कूदकर जान दे दी थी। वह BTech (केमिकल) प्रथम वर्ष के छात्र थे। पुलिस के आरोपपत्र में उसके साथी छात्र अरमान खत्री का नाम है। उसे कथित रूप से आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, वह अभी जमानत पर बाहर है।