IIT-बॉम्बे को पूर्व छात्र दंपति से मिला 94.8 करोड़ रुपये का दान, महिला संकाय को मदद
क्या है खबर?
महाराष्ट्र के मुंबई में स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) को अपने पूर्व छात्र दंपति जितेंद्र मोहन और स्वप्ना सामंत से 94.8 करोड़ रुपये का दान मिला है।
IIT-बॉम्बे ने बताया गया कि दंपति के योगदान का मुख्य केंद्र विद्युत इंजीनियरिंग में विद्या शर्मा चेयर प्रोफेसरशिप है, जो STEM (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) में महिला संकाय सदस्यों को सहयोग देने के लिए समर्पित है।
यह दान सेमीकंडक्टर प्रौद्योगिकी में संस्थान के नेतृत्व को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
मदद
राशि का एक हिस्सा छात्रावास 9 पर भी खर्च होगा
संस्थान ने बताया कि राशि का एक हिस्सा छात्रावास 9 के पुनर्विकास पर भी खर्च होगा, जहां मोहन अपनी पढ़ाई के दौरान रह रहे थे।
संस्थान ने बताया कि यह पहल शिक्षा जगत में लैंगिक समावेशिता के प्रति दाताओं की दृढ़ प्रतिबद्धता और महिला वैज्ञानिक और शोधकर्ताओं के लिए स्वस्थ वातावरण बनाने की आकांक्षा को दर्शाती है।
IIT बॉम्बे के निदेशक प्रोफेसर शिरीष केदारे ने जीतेंद्र मोहन और स्वप्ना सामंत के इस कदम की सराहना की है।
पहचान
कौन हैं मोहन और स्वप्ना?
IIT-बॉम्बे के मुताबिक, मोहन और स्वप्न ने 1990 के दशक में स्नातक किया था।
मोहन ने 1994 में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की और स्वप्ना ने 1995 में सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की थी। पढ़ाई के दौरान मोहन छात्रावास 9 और स्वप्ना छात्रावास 10 में रहती थीं।
मोहन ने सेमीकंडक्टर प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में असाधारण असफलता हासिल की है।
दंपति ने कहा कि संस्थान ने उनको अद्भुत और आजीवन मित्र दिए हैं जिनमें कुछ आज भी उनके साथ हैं।