IIM अहमदाबाद की छात्रा ने फंदे से झूलकर की आत्महत्या, जांच में जुटी पुलिस
क्या है खबर?
भारतीय प्रबंधन संस्थान अहमदाबाद (IIMA) में मास्टर्स प्रोग्राम में पढ़ने वाली द्वितीय वर्ष की एक छात्रा ने कथित तौर पर छात्रावास में अपने कमरे में फंदे से झूलकर आत्महत्या कर ली।
इस घटना से संस्थान के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। सूचना पर पहुंची सैटेलाइट थाना पुलिस ने शव को फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल पहुंचाया तथा मृतको परिजनों को सूचना दी।
अहमदाबाद में IIM की शुरुआत के बाद आत्महत्या का यह पहला मामला है।
प्रकरण
पंखे पर फंदा बांधकर झूली छात्रा
सैटेलाइट पुलिस थाने के निरीक्षक जेबी अग्रावत ने बताया कि मृतका बिहार के मुजफ्फरपुर जिला निवासी दृष्टि राज कहनानी है। वह IIMA के पीजीपीएम पाठ्यक्रम में द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। वह छात्रावास के ड्रॉम नंबर आठ में रहती थी।
उन्होंने बताया कि दोपहर करीब 02:30 बजे उसके दोस्त उसके कमरे पर गए थे। दरवाजा खटखटाने पर भी नहीं खोलने पर उन्होंने उसे तोड़ दिया। इस दौरान दृष्टि का शव पंखे से बंधे फंदे पर झूलता मिला।
सूचना
दृष्टि के दोस्तों ने सुरक्षा प्रभारी को दी सूचना
निरीक्षक अग्रवात ने बताया कि दृष्टि के दोस्तों ने मामले की सूचना छात्रावास के सुरक्षा प्रभारी को दी। सुरक्षा प्रभारी ने डॉक्टर और पुलिस को इसी सूचना दी।
सूचना पर पहुंची पुसिल ने शव को फंदे से उतारा और उसके बाद डॉक्टर ने उसकी जांच की। इसमें डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
उन्होंने बताया दृष्टि सुबह से ही कमरे में बंद थी और वह लंच करने भी नहीं गई थी। इसके बाद दोस्त उसके कमरे पर गए थे।
बयान
कमरे में नहीं मिला कोई भी सुसाइड नोट
निरीक्षक अग्रवात ने बताया कि दृष्टि ने अपने दुपट्टे को फंदे के रूप में काम लिया था। उसके कमरे में कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है। ऐसे में आत्महत्या के कारणों का पता लगाने के लिए उसके मोबाइल फोन को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
उन्होंने बताया शव को पोस्टमार्टम के लिए सोला अस्पताल में भेजा गया है और परिजनों को सूचना दे दी गई है। मामले में दुर्घटनावश मौत होने का मामला दर्ज किया गया है।
होनहार
संस्थान की होनहार छात्राओं में शामिल थी दृष्टि
मामले में IIMA के अधिकारियों ने बताया कि छात्रावास में दृष्टि का आत्महत्या करना गंभीर मामला है। इसके कारणों की पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। संस्थान इस घटना से उबरने के लिए प्रतिबंद्ध है।
उन्होंने कहा कि दृष्टि संस्थान की होनहार छात्राओं में से एक थी और वह कुछ दिन पहले ही घर से वापस लौटी थी। पूरे संस्थान को इस घटना पर दुख है और उनकी संवदेनाएं दृष्टि के परिजनों के साथ है।