हैदराबाद: छात्र की पिटाई करने और धार्मिक नारे लगाने पर विवश करने के आरोपी छात्र निलंबित
हैदराबाद स्थित एक शिक्षण संस्थान ने कानून की पढ़ाई कर रहे एक छात्र की पिटाई के मामले में कई छात्रों को निलंबित कर दिया है। पीड़ित छात्र पर आरोप है कि उसने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी की थी। कॉलेज की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि प्रशासन ने तत्कालीक प्रभाव से सभी संबंधित छात्रों को निलंबित कर दिया है। ऐसे कार्यों को कॉलेज में किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
क्या था मामला?
न्यूज18 के अनुसार, यह मामला हैदराबाद स्थित डीम्ड यूनिवर्सिटी ICFAI फाउंडेशन फॉर हायर एजुकेशन से जुड़ा हुआ है। आरोप है कि यहां पढ़ने वाले एक छात्र हिमांक बंसल ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसके बाद आरोपी छात्रों ने कमरे में घुसकर उनकी पिटाई कर दी। आरोप है कि बंसल ने नाबालिग लड़की से छेड़छाड़ की थी और उसे उचित ठहराते हुए कहा कि पैगंबर मोहम्मद का भी नाबालिग लड़की से संबंध था।
पीड़ित ने मानी नाबालिग से दोस्ती की बात
आरोपियों के खिलाफ अपनी शिकायत में बंसल ने नाबालिग लड़की के साथ दोस्ती होने की बात कबूल की है। अपने एक दोस्त के साथ इंस्टाग्राम चैट में पीड़ित ने कहा है कि उम्र में अंतर के बाद भी वो अच्छे दोस्त हैं।
आरोपियों ने केमिकल खाने पर किया मजबूर- पीड़ित
FIR के अनुसार, 15-20 छात्र बंसल के हॉस्टल रूम में घुस आए और उसके साथ मारपीट की। आरोपियों ने कथित तौर पर बंसल को कुछ केमिकल और पाउडर खाने पर भी विवश किया। आरोपियों ने पीड़ित के कपड़े फाड़ने, उसने नग्न करने और मौत होने तक पिटाई जारी रखने की धमकी दी। बंसल ने कहा कि आरोपियों ने उन्हें कैंपस में दोबारा दिखने पर फिर से पिटाई करने की धमकी दी है।
पीड़ित से लगवाए गए धार्मिक नारे- पुलिस
बंसल ने अपनी शिकायत में कहा, "शुरुआत में मुझे इसकी जानकारी नहीं थी, लेकिन जब मैंने अपनी गलती पूछी तो उन्होंने कहा कि मैंने गलती से पैगंबर मोहम्मद को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।" पुलिस ने कहा कि आरोपियों ने पीड़ित को 'जय माता दी' और 'अल्लाह हू अकबर' जैसे नारे लगाने पर भी विवश किया था। आरोपियों के खिलाफ हत्या की कोशिश, नुकसान पहुंचाने और आपराधिक साजिश जैसी धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।