पश्चिम बंगाल हिंसा पर जांच समिति ने सौंपी रिपोर्ट, कहा- महिलाओं के खिलाफ हुए जघन्य अपराध
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों के परिणाम आने के बाद भड़की हिंसा की जांच के लिए केंद्र सरकार द्वारा गठित चार सदस्यीय समिति ने शनिवार को अपनी रिपोर्ट गृह राज्य मंत्री श्री जी किशन रेड्डी को सौंप दी है। इसमें समिति ने कहा है कि पश्चिम बंगाल में चुनाव परिणामों के बाद महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराध हुए हैं। इसके अलावा कई लोगों की हत्या भी हुई है। इस मामले में केंद्र ने राज्य सरकार से भी रिपोर्ट मांगी थी।
विधानसभा चुनाव के बाद राज्य के कई जिलों में भड़की थी हिंसा
विधानसभा चुनाव के 2 मई को आए परिणाम में तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने 213 सीटों पर कब्जा जमाते हुए फिर से सत्ता में वापसी की थी। परिणामों के बार राज्य के कई जिलों में हिंसा भड़क गई थी। हुबली में भाजपा के कार्यालय को आग के हवाले कर दिया गया था। इतना ही नहीं कई जगहों पर भाजपा और TMC कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़पें हुई थीं। इन घटनाओं में कई लोगों की मौत होने की सूचनाएं सामने आई थी।
केंद्र सरकार ने हिंसा की जांच के लिए गठित की थी समिति
बंगाल में हुई हिंसा को लेकर केंद्र सरकार ने पहले राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी थी। इसके बाद हिंसा की निष्पक्ष जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता मोनिका अरोड़ा के नेतृत्व वाले एक बुद्धिजीवियों और शिक्षकों के चार सदस्यीय समिति का गठन किया था। इस समिति ने हिंसा के सभी तथ्यों को उजागर करने वाली रिपोर्ट '2021 में बंगाल में खेला' नामक शीर्षक से केंद्रीय गृह राज्य मंत्री को सौंप दी है। इस रिपोर्ट की अब समीक्षा की जाएगी।
केंद्र सरकार ने राज्यपाल से भी मांगी थी हिंसा की रिपोर्ट
इस मामले में केंद्र सरकार ने राज्यपाल जगदीप धनकड़ से भी 2 मई के बाद राज्य में भड़की हिंसा को लेकर विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी। उसमें राज्यपाल ने कहा था कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बहुत ही खराब और सोचनीय बनी हुई है।
समिति ने हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से की मुलाकात
जांच समिति के सामने भाजपा ने कई हिंसात्मक घटनाओं ने पार्टी के छह कार्यकर्ताओं की मौत होने का दावा किया था। इसके बाद समिति ने दक्षिण 24 परगना और उत्तर 24 परगना जिलों का दौरा किया था और मृतकों के परिजनों और आस-पास के लोगों से बातचीत की थी। उसमें सामने आया था कि हिंसा के दौरान महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराध हुए थे। इसके अलावा समिति ने हिंसा के अन्य तथ्यों की भी गहनता से जांच की है।
हिंसा को लेकर भाजपा और TMC में हुए थे आरोप-प्रत्यारोप
बंगाल में हुई हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि हिंसा में उनके 16 कार्यकर्ताओं की मौत हुई है। भाजपा ने आरोप लगाया था कि TMC समर्थक गुंडों ने उसके कई कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी और महिला कार्यकर्ताओं पर भी हमला किया। हालांकि, बनर्जी ने इन आरोपों का खंडन करते हुए आरोप लगाया कि हिंसा की घटनाएं उन्हीं इलाकों में हुई हैं, जहां पर भाजपा उम्मीदवारों ने भारी मतों से जीत हासिल की है।