हरियाणा में सांप्रदायिक हिंसा पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर बोले- हर किसी को नहीं बचा सकते
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बुधवार को नूंह जिले से भड़की सांप्रदायिक हिंसा को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने राज्यवासियों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील करते हुए कहा, "हम हर किसी को नहीं बचा सकते हैं। पुलिस या सेना भी इसकी गारंटी नहीं दे सकती हैं।" हिंसा में घिरे राज्य के मुख्यमंत्री की तरफ से ऐसे बेबसी दिखाने वाले बयान पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
हिंसक झड़पों में शामिल 116 लोग गिरफ्तार- खट्टर
मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा, "हिंसा में 2 होम गार्ड्स समेत 6 लोग मारे गए हैं। हिंसक झड़पों के सिलसिले में 116 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 190 लोगों को हिरासत में लिया गया है। हरियाणा सरकार ने हिंसा में मारे गए दोनों होम गार्ड्स के परिवारों को 57 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है।" उन्होंने कहा, "राज्य सरकार केवल सरकारी संपत्ति के नुकसान के लिए मुआवजा देगी और निजी संपत्ति को हुए नुकसान की भरपाई नहीं करेगी।"
मोनू को पकड़ने में राजस्थान पुलिस की करेंगे मदद- खट्टर
मुख्यमंत्री खट्टर ने मोनू मानेसर को पकड़ने में राजस्थान पुलिस को मदद करने की पेशकश भी की। उन्होंने कहा, "मोनू के खिलाफ राजस्थान में एक केस दायर किया गया है। अगर राजस्थान सरकार को आरोपी का पता लगाने में मदद की जरूरत है तो हम मदद के लिए तैयार हैं। हमारे पास उसके ठिकाने के बारे में कोई इनपुट नहीं है। उनके पास होगा या नहीं, हम कह नहीं सकते हैं।"
खट्टर बोले- निजी संपत्ति के नुकसान की दंगाइयों से की जाएगी भरपाई
खट्टर ने कहा, "हमने एक अधिनियम पारित किया था, जिसमें सरकार सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान के लिए मुआवजा जारी करती है, लेकिन जहां तक निजी संपत्ति के नुकसान का सवाल है, इसके नुकसान की भरपाई उन लोगों से की जाएगी, जिन्होंने इसको नुकसान पहुंचाया है। इसकी भरपाई के लिए वह उत्तरदायी हैं।" उन्होंने कहा, "दंगाइयों की पहचान की जाएगी और उनसे नूंह और गुरुग्राम में भीड़ की हिंसा के दौरान निजी संपत्ति को हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी।"
सांप्रदायिक हिंसा की जांच के लिए SIT गठित
इससे पहले हरियाणा पुलिस के महानिदेशक (DGP) पीके अग्रवाल ने सांप्रदायिक हिंसा और इसमें मोनू की भूमिका की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) के गठन का ऐलान किया। उन्होंने कहा, "बजरंग दल के फरार सदस्य मोनू मानेसर की भूमिका और रैली से पहले सामने आए एक संदिग्ध वीडियो की जांच की जा रही है और नूंह में 41 FIR दर्ज की गई हैं।" मामले में पुलिस कॉल रिकॉर्ड और CCTV फुटेज की भी जांच कर रही है।
क्या है हरियाणा में सांप्रदायिक हिंसा का मामला?
हिंदू संगठनों ने सोमवार को नूंह में ब्रज मंडल यात्रा निकालने का ऐलान किया था, जिसमें कथित तौर पर बजरंग दल के सदस्य मोनू को भी शामिल होना था। हालांकि, स्थानीय लोगों ने यात्रा पर हमला करते हुए पथराव कर दिया, जिसके बाद नूंह में सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई। इस हिंसा की आंच तेजी से गुरूग्राम समेत हरियाणा के अन्य इलाकों में भी पहुंच गई। मोनू 2 मुस्लिम युवकों को बोलेरो में जिंदा जलाने का आरोपी है।