दिल्ली में स्वाइन फ्लू के मामलों में वृद्धि, बुजुर्गों को अधिक खतरा- रिपोर्ट
क्या है खबर?
दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में इन दिनों से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। इस बीच दिल्ली के अस्पतालों में H1N1 वायरस (स्वाइन फ्लू) के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है।
वायरस से संक्रमित मरीजों को गंभीर मामलों में अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता पड़ती है।
डॉक्टरों का कहना है कि जहां संक्रमित वयस्क 3-4 दिनों में ठीक हो जाते हैं, वहीं बुजुर्गों को इससे उबरने में एक सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है।
H1N1 वायरस
क्या होता है स्वाइन फ्लू?
स्वाइन फ्लू H1N1 इंफ्लुएंजा वायरस से होने वाला संक्रमण है।
ये वायरस आमतौर पर सुअरों में पाया जाता है और इसी से इसका नाम 'स्वाइन फ्लू' पड़ा है।
अप्रैल, 2009 में इसे सबसे पहले मैक्सिको में पहचाना गया और ये महामारी के रूप में पूरी दुनिया में फैल गया था।
तब भारत में इस वायरस की चपेट में आकर 1,500 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।
डॉक्टर
संक्रमित वयस्कों के मुकाबले बुजुर्गों को अधिक खतरा- डॉक्टर
न्यूज 18 के साथ बातचीत में दिल्ली के बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट के प्रमुख डॉ मनीषा अरोड़ा ने बताया कि अस्पताल में प्रतिदिन लगभग 12-15 बुखार के मामले सामने आ रहे हैं, जिनमें से एक तिहाई मरीजों में H1N1 वायरस की पुष्टि हुई है।
उन्होंने कहा कि संक्रमित वयस्कों के मुकाबले बुजुर्गों को अधिक खतरा है और छाती में संक्रमण फैलने से उन्हें सांस लेने में दिक्कत और उच्च रक्तचाप की समस्या हो सकती है।
डॉक्टर
डॉक्टर बोले- ठंडा मौसम और वायु प्रदूषण बढ़ा रहा है मुसीबत
वसंत कुंज के फोर्टिस अस्पताल और फरीदाबाद के अमृता अस्पताल ने भी H1N1 संक्रमण के मामलों की पुष्टि की है।
डॉक्टरों का कहना है कि अक्सर मौसम में बदलाव की वजह से वायरल बुखार और अन्य संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
उन्होंने कहा कि ठंडा मौसम और खराब वायु गुणवत्ता स्वास्थ्य संबंधी जोखिमों में योगदान दे रहे हैं और स्वाइन फ्लू से घबराने की जरूरत नहीं क्योंकि संक्रमण होने पर मरीज आसानी से ठीक हो जाते हैं।
डॉक्टर
बुजुर्गों में ग्रैस्ट्रिक और हृदय संबंधी रोगों में वृद्धि- विशेषज्ञ
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि H1N1 वायरस के अलावा बुजुर्ग रोगियों को खासी दिक्कतें आ रही हैं। इनमें सामान्य सर्दी-जुकाम, नोरोवायरस संक्रमण, हाइपोथर्मिया, अस्थमा, जोड़ो में दर्द, श्वसन और हृदय संबंधी समस्याएं शामिल हैं।
उनका कहना है कि ठंड के मौसम में बुजुर्गों में गैस्ट्रिक संक्रमण, उच्च रक्तचाप और हृदय संबंधी मामलों में वृद्धि देखी गई है और सबसे अधिक परेशानी पहले से श्वास संबंधी समस्याओं से ग्रसित मरीजों को हो रही है।
क्या है लक्षण
क्या हैं स्वाइन फ्लू के लक्षण?
अगर किसी व्यक्ति को खांसी, गले में दर्द, बुखार, सिरदर्द, मतली और उलटी आती है तो उसे तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। ऐसे में डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी दवाई नहीं लेनी चाहिए।
स्वाइन फ्लू से पीड़ित व्यक्ति को खांसी या गले में खराश के साथ-साथ बुखार और मांसपेशियों में दर्द हो सकता है। इसके अलावा हल्के मामलों में व्यक्ति को सांस लेने में भी परेशानी होती है।