गुजरात में जहरीली शराब पीने से 3 मजदूरों की मौत, जांच शुरू
क्या है खबर?
गुजरात में शराबबंदी के बावजूद जहरीली शराब पीने से 3 मजदूरों की मौत का मामला सामने आया है। घटना खेड़ा जिले के नडियाद में हुई है।
इंडिया टुडे के मुताबिक, तीनों मजदूरों ने रविवार रात को सोडा बोतल में शराब मिलाकर पी थी। फोरेंसिक रिपोर्ट से पता चला कि नकली शराब में मेथनॉल मौजूद नहीं था।
जवाहर नगर इलाके में रहने वाले सभी मजदूर पेंटिंग और पानीपूरी बेचने का काम करते थे। शवो को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।
शराब
पिछले महीने मेहसाणा में पकड़ी गई थी अवैध फैक्ट्री
पिछले महीने मेहसाणा जिले में नकली शराब बनाने वाली अवैध फैक्ट्री पकड़ी गई थी, जिसमें 2 गिरफ्तार हुए थे।
मौके पर रंग, माल्ट, रसायन और अल्कोहल को मिलाकर शराब बनाई जा रही थी और इसे शीर्ष शराब ब्रांडों के स्टिकर लगी बोतलों में भरकर बेचा जा रहा था।
घटना पर कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल ने राज्य की भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा कि भाजपा को चंदा देकर कोई भी काला धंधा कर सकता है।
प्रतिबंध
गुजरात में प्रतिबंधित है शराब
मई 1960 में तत्कालीन बॉम्बे राज्य से अलग होने के बाद से गुजरात में शराब के निर्माण, भंडारण, बिक्री और उपभोग पर प्रतिबंध लगा है। इस तरह से गुजरात को एक शराबमुक्त राज्य का दर्जा प्राप्त है।
हालांकि, पिछले साल दिसंबर में भाजपा सरकार ने राजधानी गांधीनगर में गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी (गिफ्ट सिटी) में 'वाइन एंड डाइन' सेवा देने वाले होटलों, रेस्तरां और क्लबों में शराब पीने की अनुमति दे दी थी।
यहां बोतल बेचने की अनुमति नहीं है।