असम: दिल्ली हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने वाला गेस्ट लेक्चरर गिरफ्तार
असम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ फेसबुक पर अपमानजनक टिप्पणी करने वाले सिलचर स्थित एक कॉलेज के गेस्ट लेक्चरर को पुलिस ने शुक्रवार रात को गिरफ्तार कर लया है। गेस्ट लेक्चरर गुरुचरण कॉलेज में कार्यरत था और उसने दिल्ली में भड़की हिंसा को लेकर टिप्पणी की थी। इसके बाद कॉलेज के 10 छात्रों ने सदर थाने में लेक्चरर के खिलाफ हिंदू समुदाय के खिलाफ भड़काऊ टिप्पणियां करके सांप्रदायिक हिंसा को भड़काने की कोशिश करने का मामला दर्ज कराया था।
इन धाराओं में दर्ज किया मामला
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि छात्रों की रिपोर्ट के आधार पर लेक्चरर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 295A, 153A (हेट स्पीच), 507 और आईटी अधिनियम की धारा 66 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
फेसबुक टिप्पणी में प्रधानमंत्री मोदी को बताया था 'हत्यारा'
पुलिस अधीक्षक मनबेंद्र देव रॉय ने बताया कि गिरफ्तार गेस्ट लेक्चरर सौरदीप सेनगुप्ता है। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के बाद सेनगुप्ता ने अपनी फेसबुक पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'हत्यारा' करार दिया था। इसके अलावा उन्होंने अपनी पोस्ट में भाजपा और RSS पर "दिल्ली को फिर से गोधरा बनाने की कोशिश" करने तथा दिल्ली में लोगों को उनके धर्म के आधार पर बेरहमी से पीटने सहित अन्य आरोप भी लगाए थे।
पोस्ट वायरल होने के बाद छात्रों ने दी शिकायत
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि लेक्चरर की पोस्ट वायरल होने के बाद कॉलेज के 10 छात्रों ने सदर थाने पहुंचकर लेक्चरर के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी और सनातन धर्म का हनन करते हुए साप्रदायिक हिंसा भड़काने की शिकायत दर्ज कराई थी। इसके अलावा उन्होंने कॉलेज प्राचार्य को भी लेक्चरर के खिलाफ ज्ञापन सौंपा था। इसके बाद कॉलेज प्रशासन ने तत्काल एक्शन लेते हुए लेक्चरर को सेनगुप्ता को निलंबित कर दिया था।
छात्रों ने लेक्चरर के खिलाफ दिया बयान
छात्र रोहित चंदा ने कहा कि लेक्चरर कैसे उनके धर्म का अपमान कर सकते हैं। उन्होंने पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ भी आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। मोदी को देश ने दूसरी बार प्रधानमंत्री चुना है। उनके खिलाफ ऐसी टिप्पणी कैसे की जा सकती है।
लेक्चरर के घर के बाद जमा हुए दर्जनों छात्र
लेक्चरर के परिजनों ने बताया कि पोस्ट के बाद शुक्रवार शाम को उनके घर के बाहर 40 से अधिक छात्र जमा हो गए और वह सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग कर रहे थे। उनकी चाची ने बताया कि कॉलेज की यूनिफॉर्म में छात्र उनके घर के बाहर जमा हुए तो परिवार के सभी लोग डर गए। उस दौरान सेनगुप्ता पूजा कर रहे थे। पूजा के बाद छात्रों ने उन्हें पोस्ट हटाने व माफी मांगने की चेतावनी दी थी।
लेक्चरर ने पोस्ट डिलीट कर मांगी माफी
लेक्चरर सेनगुप्ता ने फेसबुक पोस्ट के वायरल होने के कुछ समय बाद अपनी पोस्ट को डिलीट कर दिया और सार्वजनिक रूप से मांफी मांगने की पोस्ट डाल दी। अपनी पोस्ट में सेनगुप्ता ने लिखा, 'मैं अपने लिखे पोस्ट से आहत किसी भी व्यक्ति की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने के लिए माफी मांगता हूं। मैंने सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील मुद्दे के बारे में कुछ गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणियां कीं। मेरा उद्देश्य किसी भी धर्म का अपमान करना नहीं था।'
प्रधानमंत्री के खिलाफ टिप्पणी करने को लेकर पहले भी हुई कार्रवाई
प्रधानमंत्री के खिलाफ सोशल मीडिया पर अपमानजनक टिप्पणी को लेकर यह कोई पहली कार्रवाई नहीं है। इससे पहले भी कई बार पुलिस कार्रवाई कर चुकी है। अक्टूबर 2017 में असम के जोरहाट, जुलाई 2018 में उत्तर प्रदेश के इलाहबाद, अक्टूबर 2018 में उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में, तमिलनाडु के कन्याकुमारी, सितंबर 2019 में असम में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनकर टिप्पणी करने वालों को गिरफ्तार किया जा चुका है।