दिल्ली में और खराब हुई हवा की गुणवत्ता, नोएडा और गुरुग्राम में भी सांस लेना मुश्किल
सर्दी की दस्तक के साथ ही दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर भी बढ़ गया है। यहां अक्टूबर के तीसरे हफ्ते में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 266 दर्ज किया गया। इसके अलावा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) और पड़ोसी राज्य हरियाणा में भी वायु गुणवत्ता लगातार 'खराब' श्रेणी में बनी हुई है, जिसके कारण केंद्र सरकार की कार्य योजना का दूसरा चरण लागू हो गया है। आइए जानते हैं कि दिल्ली-NCR और हरियाणा में प्रदूषण का क्या स्तर है।
दिल्ली-NCR और हरियाणा में वायु गुणवत्ता में गिरावट
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) इंडिया के अनुसार, रविवार को दिल्ली-NCR और हरियाणा कई इलाकों में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया है। दिल्ली के आनंद विहार में AQI 345, बवाना में 319, जहांगीरपुरी में 303 और शादीपुर में 359 रिकॉर्ड किया गया। इसी तरह नोएडा सेक्टर 116 में AQI 339 रिकॉर्ड किया गया, जबकि हरियाणा के गुरुग्राम सेक्टर 51 में AQI 316 और फरीदाबाद में 372 दर्ज किया गया है।
दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में छाई धुंध, दृश्यता हुई कम
दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में बढ़ते प्रदूषण के कारण लोगों का खुले में सांस लेना मुश्किल हो गया है। रविवार सुबह दिल्ली के अधिकांश इलाकों में धुंध छाई हुई है, जिसके कारण यहां दृश्यता भी कम हो गई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने रविवार को दिल्ली में आंशिक रूप से बादल छाए रहने की भविष्यवाणी की है, जबकि यहां अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।
दिल्ली-NCR में GRAP का दूसरा चरण लागू
केंद्र सरकार ने सर्दियों के दौरान दिल्ली-NCR क्षेत्र में में वायु प्रदूषण को लेकर अपनी श्रेणीबद्ध प्रतिक्रिया कार्य योजना (GRAP) लागू की है। इसके तहत दिल्ली में वायु गुणवत्ता के 4 चरणों के अंतर्गत वर्गीकृत किया गया है। पहला चरण- 'खराब' (AQI 201-300), दूसरा चरण- 'बहुत खराब' (AQI 301-400), तीसरा चरण- 'गंभीर' (AQI 401-450) और चौथा चरण- 'अत्यधिक गंभीर' (AQI 450 से ज्यादा)। केंद्र ने बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर दिल्ली-NCR में GRAP का दूसरा चरण लागू कर दिया है।
CAQM ने बढ़ते प्रदूषण को लेकर अेधिकारियों को किया निर्देशित
दिल्ली और आसपास के इलाकों में बढ़ते वायु प्रदूषण के स्तर को देखते हुए हाल में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने एक आपात बैठक बुलाई थी। इस बैठक के दौरान CAQM ने अधिकारियों को निजी वाहनों के लिए पार्किंग शुल्क बढ़ाने के साथ CNG, इलेक्ट्रिक बसों और मेट्रो जैसी सार्वजनिक परिवहन सेवाओं को बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा अधिकारियों को प्रदूषण फैलाने वाले निजी वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
NGT ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय और MCD को भेजा नोटिस
हाल ही में दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) ने दिल्ली के मुख्य सचिव, केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय और दिल्ली नगर निगम (MCD) समेत कई अधिकारियों को नोटिस जारी कर कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है। इस नोटिस में NGT ने पूछा है कि आखिरकार क्यों कार्रवाई के बावजूद दिल्ली में वायु प्रदूषण की समस्या विकराल होती जा रही है, जिसके कारण लोगों को विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
न्यूजबाइट्स प्लस
दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण के पीछे आसपास के राज्यों में पराली जलाना भी मुख्य कारण है। इस साल दिल्ली से सटे राज्यों में पराली जलाने की घटनाओं में 82 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने की घटनाओं में भारी वृद्धि हुई है। हाल में दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर पराली जलाने पर नियंत्रण के लिए कार्रवाई का आग्रह किया था।