बिहार: 29वें दिन ही टूट गया आठ साल में 264 करोड़ की लागत से बना पुल
क्या है खबर?
बिहार के गोपालगंज को पूर्वी चंपारण से जोड़ने वाला एक पुल उद्घाटन के बाद एक महीने भी नहीं चल पाया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते महीने की 16 तारीख को गंडक नदी पर बने इस 1.4 किलोमीटर लंबे सत्तरघाट महासेतु पुल का उद्घाटन कर लोगों के लिए खोला था।
लगभग 264 करोड़ रुपये की लागत वाला यह पुल महज 29 दिन चल पाया और भारी बारिश में इसका एक हिस्सा पानी के साथ बह गया।
जानकारी
आठ साल में पूरा हुआ था पुल का निर्माण कार्य
इस पुल का निर्माण बिहार राज्य पुल निर्माण निगम ने किया था। इसका निर्माण कार्य अप्रैल, 2012 में शुरू हुआ था। आठ साल बाद इसे 16 जून, 2020 को आम लोगों के आवागमन के लिए खोला गया था।
मामला
लगभग 30 फीट तक धंसी सड़क
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गंडक नदी में आई बाढ़ के कारण पुल के नजदीक बनी एप्रोच सड़क लगभग 30 फीट तक ध्वस्त हो गई है।
अधिकारियों का कहना है कि बाढ़ के पानी के कारण इसका एक हिस्सा धंसकर टूट गया है। नदी में पानी कम होने के बाद इसकी मरम्मत कराई जाएगी।
सड़क टूट जाने से छपरा, सीवान, गोपालगंज जिलों से मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण और दरभंगा की ओर आने-जाने वाले वाहनों का परिचालन ठप हो गया है।
जांच
मंत्री ने दिया जांच का आश्वासन
स्थानीय विधायक मिथिलेश तिवारी ने राज्य के पथ निर्माण मंत्री नन्द किशोर यादव से मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है।
तिवारी ने बताया कि मंत्री ने जांच और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
वहीं पूर्वी चम्पारण के जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने बताया कि सत्तरघाट पुल के बाद की एप्रोच सड़क गोपालगंज जिले की तरफ से टूटी है। अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंच चुकी है।
निशाना
तेजस्वी ने साधा सरकार पर निशाना
इस घटना के बाद नीतीश सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने लगे हैं।
विपक्षी नेता तेजस्वी यादव ने ट्विटर पर लिखा, '8 वर्ष में 263.47 करोड़ की लागत से निर्मित गोपालगंज के सत्तर घाट पुल का 16 जून को नीतीश जी ने उद्घाटन किया था आज 29 दिन बाद यह पुल ध्वस्त हो गया। ख़बरदार!अगर किसी ने इसे नीतीश जी का भ्रष्टाचार कहा तो?263 करोड़ तो सुशासनी मुँह दिखाई है।इतने की तो इनके चूहे शराब पी जाते है।'
ट्विटर पोस्ट
यहां देखिये तेजस्वी का ट्वीट
8 वर्ष में 263.47 करोड़ की लागत से निर्मित गोपालगंज के सत्तर घाट पुल का 16 जून को नीतीश जी ने उद्घाटन किया था आज 29 दिन बाद यह पुल ध्वस्त हो गया।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) July 15, 2020
ख़बरदार!अगर किसी ने इसे नीतीश जी का भ्रष्टाचार कहा तो?263 करोड़ तो सुशासनी मुँह दिखाई है।इतने की तो इनके चूहे शराब पी जाते है pic.twitter.com/cnlqx96VVQ