गोवा नाइट क्लब के मालिक लूथरा बंधु फुकेत फरार, क्या पकड़ा जाना है मुश्किल?
क्या है खबर?
गोवा के अरपोरा स्थित बर्च बाय रोमियो लेन नाइट क्लब में शनिवार रात लगी भीषण आग के बाद क्लब के मालिक गौरव और सौरभ लूथरा फरार हो गए हैं। उन्होंने घटना के 5 घंटे बाद मुंबई हवाई अड्डे से थाईलैंड के फुकेत के लिए इंडिगो की उड़ान पकड़ी और भारत छोड़कर चले गए। गोवा पुलिस को इसकी जानकारी तब हुई, जब वे भाईयों की तलाश में दिल्ली गए थे। क्या दोनों भाईयों का बचना अब आसान है? आइए, जानते हैं।
संकट
लुकआउट सर्कुलर जारी होने से पहले देश छोड़ा
पुलिस अधिकारी जब उनके दिल्ली स्थित घर पहुंचे तो वहां कोई नहीं था। पुलिस ने घर पर एक नोटिस चस्पा किया है। इसके बाद आव्रजन ब्यूरो से अनुरोध करने पर लुकआउट सर्कुलर जारी किया, ताकि उनकी देश छोड़ने की योजना पर पानी फिर सके, लेकिन दोनों भाईयों ने नोटिस जारी होने से पहले देश छोड़ दिया था। मुंबई हवाई अड्डे पर आव्रजन ब्यूरो को पता चला कि दोनों आरोपी रविवार सुबह 5:30 बजे थाईलैंड के लिए उड़ान भर चुके थे।
संकट
इंडिगो संकट के बीच कैसे भागे थाईलैंड?
पुलिस ने बताया कि दोनों भाई थाईलैंड भागने के लिए इंडिगो की उड़ान 6E-1073 में सवार हुए थे। इंडिगो के भारी संकट के बीच यह उड़ान रद्द नहीं हुई, जिससे उनको मौका मिल गया। इंडिगो ने रोस्टरिंग के कारण अधिकतर घरेलू उड़ानें रद्द की थी, जिससे भारत के बाहर जाने वाली उड़ानों पर असर नहीं पड़ा। दोनों जांच से बचना चाहते थे। हालांकि, पुलिस ने दोनों की गिरफ्तारी के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के इंटरपोल से संपर्क किया है।
बचाव
क्या थाईलैंड भागने से बच सकते हैं लूथरा बंधु?
जानकारों का कहना है कि लूथरा बंधु अगर थाईलैंड में ही छिपते हैं तो उनकी गिरफ्तारी में देरी हो सकती है, लेकिन यह असंभव नहीं है। बताया जाता है कि भारत और थाईलैंड के बीच 2013 में हस्ताक्षरित और 2015 में लागू प्रत्यर्पण संधि के तहत प्रक्रिया सुचारू है। थाईलैंड पहले भी कई भारतीय अपराधियों को भारत प्रत्यर्पित कर चुका है। इसके लिए भारत सरकार थाईलैंड को अनुरोध भेजती है और थाईलैंड पुलिस आरोपी को तुरंत गिरफ्तार कर सकती है।
फरार
अगर थाईलैंड से भागे तो पकड़ना मुश्किल?
थाईलैंड में दोनों का पकड़ा जाना आसान है और वहां से प्रत्यर्पण भी हो सकता है, लेकिन अगर वे थाईलैंड से किसी अफ्रीकी देश या ऐशे देश जाते हैं, जहां प्रत्यर्पण संधि लागू नहीं है, तो उनका पकड़ना मुश्किल होगा। थाईलैंड में दोनों आरोपियों के गिरफ्तार होने के बाद 45 से 60 दिनों के अंदर भारत को आरोपपत्र और सबूत के साथ पूर्ण अनुरोध भेजना होता है। हालांकि, गोवा पुलिस ने कोशिश तेज कर दी है।
घटना
नाइट क्लब में 25 लोगों की हुई थी मौत
क्लब में शनिवार-रविवार की रात आतिशबाजी के कारण आग लगी थी, जिससे 25 लोगों की मौत हो गई। जांच में पता चला कि क्लब ने अवैध निर्माण किया था, आने-जाने का रास्ता तंग था और सुरक्षा मानकों की अनदेखी हुई थी। आरोपियों के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या समेत कई अन्य मामलों में FIR दर्ज है। अभी क्लब के 5 अधिकारी गिरफ्तार हैं। गोवा सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख और घायलों को 50,000 रुपये की सहायता राशि दी है।