जनरल वीके सिंह का दावा- भारत ने भी बंदी बनाए थे चीन के सैनिक, दोगुने मारे
केंद्रीय मंत्री और पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह ने गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में भारत के मुकाबले चीन के दोगुने सैनिक मारे जाने का दावा किया है। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि चीन कभी ये नहीं बताएगा कि उसके कितने सैनिक मारे गए, लेकिन उनके हमसे दोगुने सैनिक मरे होंगे। उन्होंने चीनी सैनिकों को बंदी बनाए जाने का दावा भी किया, जिनकी चीन द्वारा बंदी बनाए गए भारतीय सैनिकों के साथ अदला-बदली की गई।
15 जून की रात हुई थी भारत और चीन के सैनिकों में हिंसक झड़प
15 जून की रात गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में भारत के 20 सैनिकों शहीद हो गए थे। यह हिंसक झड़प उस समय शुरू हुई जब भारतीय सैनिक भारतीय सीमा की तरफ चीनी सैनिकों द्वारा लगाए टेंट को हटाने गए थे।इसी दौरान चीनी सैनिकों ने पत्थर, कंटीली रॉड और तारों से हमला कर दिया और कुछ सैनिकों को नीचे धकेल दिया। घटना में बड़ी संख्या में चीनी सैनिक मारे जाने की खबरें भी आई थीं।
पहली बार भारत सरकार से संबंधित व्यक्ति ने दिया चीनी सैनिकों की मौत का आंकड़ा
अभी तक भारत सरकार के किसी व्यक्ति ने घटना में मारे गए चीनी सैनिकों की संख्या पर कुछ नहीं कहा था, लेकिन अब सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह ने 40 से अधिक चीनी सैनिकों के मारे जाने की बात कही है। 'न्यूज 24' के साथ इंटरव्यू में उन्होंने कहा, "अगर हमारे 20 शहीद हुए तो वहां कम से कम डबल से ज्यादा ही होंगे। मीडिया में शुरू में 43 का आंकड़ा था। ये कम से कम है।"
"चीनियों ने एक मारा तो हमारे सैनिकों ने दो मारे"
सिंह ने आगे कहा, "इसके (43 से अलग) अलावा और कितने घायल हुए होंगे, ये पता नहीं किसी को। ये कहना कि हमारे लोग खड़े थे और वो आकर डंडे से मार दिए, ऐसा नहीं है। अगर उन्होंने एक मारा तो हमारों ने दो मारे।"
भारत ने बंदी बनाए थे चीनी सैनिक- वीके सिंह
वीके सिंह ने चीनी सैनिक बंदी बनाए जाने और उन्हें वापस किए जाने का भी खुलासा किया। उन्होंने कहा, "वो अपने इलाके पर थे, हम अपने इलाके में थे। जब झड़प हुई तो कुछ हमारे उनकी तरफ चले गए, कुछ उनके हमारी तरफ आ गए। इसलिए जब कल किसी ने चला रखा था मीडिया के अंदर कि हमारे इतने लोगों को सुबह लौटाया, इसी तरह हमने उनके लोगों को लौटाया है जो हमारी तरफ आ गए थे।"
स्थिति पूरी तरह से भारतीय सैनिकों के नियंत्रण में- सिंह
वहीं 'हिंदुस्तान टाइम्स' के साथ इंटरव्यू में सीमा की मौजूदा स्थिति बताते हुए जनरल सिंह ने कहा, "स्थिति पूरी तरह से भारतीय सैनिकों के नियंत्रण में है। कोई घुसपैठ नहीं हुई है। उल्लंघन हुए हैं, लेकिन घुसपैठ नहीं हुई है। PP 14 (गलवान घाटी) में कोई घुसपैठ नहीं हुई है। जहां तक PP 15 की बात है, वे हर साल उल्लंघन का प्रयास करते हैं और हम हर साल उन्हें वापस धकेल देते हैं।"
सिंह बोले- पेंगोंग झील के इलाके में फिंगर 4 तक आए चीनी सैनिक
सबसे अधिक तनाव वाले पेंगोंग झील के इलाके में घुसपैठ पर वीके सिंह ने कहा कि वहां कुछ बफर इलाका (नो मैंन्स लैंड) है, जहां सैनिकों का ये आमना-सामना हो रहा है। उन्होंने कहा कि यहां चीनी सैनिकों ने इस बार वो किया है जो उन्होंने इससे पहले कभी नहीं किया और वे फिंगर 4 पर आकर बैठक गए हैं। उन्होंने कहा कि चीन का लक्ष्य भारत को फिंगर 4 से पीछे करना है, लेकिन हमारे सैनिक इससे निपट लेंगे।
सिंह ने की चीनी सामान के आर्थिक बहिष्कार की अपील
चीनी के इस हमले के बदले के बारे में बात करते हुए सिंह ने कहा कि सबसे पहले हमें चीनी सामानों का बहिष्कार करना चाहिए। उन्होंने कहा, "पहले उन्हें आर्थिक रूप से चोट पहुंचाते हैं, बाकी चीजें उसके बाद होंगी। युद्ध और बल का प्रयोग हर बार और हर समय अंतिम उपाय होना चाहिए। जब अन्य सभी उपाय असफल हो जाते हैं, तब आप इसका सहारा लेते हैं। अन्य कई साधन भी मौजूद हैं।"