दिल्ली: मौजपुर और ब्रह्मपुरी में आज सुबह फिर पत्थरबाजी, सात की मौत, 160 घायल
उत्तर-पूर्व दिल्ली के मौजपुर और ब्रह्मपुरी इलाके में आज सुबह फिर से दो विरोधी गुटों के बीच पत्थरबाजी हुई। इसके बाद दिल्ली पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) ने ब्रह्मपुरी में फ्लैग मार्च निकाल कर स्थिति पर काबू पाया। वहीं सोमवार को हुई हिंसा में मरने वालों की संख्या सात हो गई है। इनमें दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए सुबह 10:30 बजे आपातकालीन बैठक बुलाई है।
कैसे शुरू हुई हिंसा?
शनिवार रात को जाफराबाद में लगभग 500 महिलाएं नागरिकता कानून (CAA) के विरोध में सड़क पर धरने पर बैठ गईं थीं। इसके विरोध में भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने CAA समर्थकों से रविवार दोपहर तीन बजे मौजपुर चौक पर इकट्ठा होने को आह्वान किया। इसके बाद मौजपुर में CAA समर्थकों और विरोधियों के बीच पत्थरबाजी हुई। शाम को मिश्रा ने एक वीडियो भी ट्वीट किया जिसमें वो पुलिस को तीन दिन में सड़कें खाली कराने का "अल्टीमेटम" दे रहे हैं।
सोमवार को फिर हुई हिंसा
इसके बाद सोमवार को उत्तर-पूर्व के कई इलाकों में फिर से हिंसा हुई। दोपहर 12 बजे के करीब CAA समर्थकों और विरोधियों ने मौजपुर मेट्रो स्टेशन के पास एक-दूसरे पर पत्थर फेंके। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़कर स्थिति पर काबू पाया। लेकिन करीब 2 बजे CAA समर्थक जाफराबाद मेट्रो स्टेशन की तरफ बढ़ने लगे जहां महिलाएं धरने पर बैठी हुई हैं, वहीं जाफराबाद की तरफ से CAA विरोधी उनकी तरफ आए और दोनों गुटों के बीच टकराव हुआ।
पुलिस के पहुंचने से पहले ही शुरू हुई पत्थरबाजी
दोनों गुटों के बीच टकराव का आशंका को देखते हुए कई पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे, लेकिन इससे पहले कि भारी मात्रा में पुलिस पहुंचती दोनों गुटों के बीच पत्थऱबाजी शुरु हो गई। इस बीच एक ऑटो रिक्शा को आग लगा दी गई।
शाम होते-होते अन्य इलाकों में फैली हिंसा
इसके बाद हिंसा मौजपुर के पास स्थित चांद बाग, भजनपुरा और गोकुलपुरी में भी फैल गई। इस हिंसा में कई वाहनों, दुकानों और घरों को आग लगा दी गई। भजनपुरा में भीड़ ने एक पेट्रोल पंप को भी आग के हवाले कर दिया। इस बीच बंदूक लेकर पुलिसकर्मी की तरफ बढ़ते एक युवक का भी वीडियो सामने आया जिसने उसके पास पहुंचने पर दूसरी तरफ खड़े लोगों पर गोली चलाई। उसकी पहचान शाहरूख के तौर पर हुई है।
देर रात तक आती रहीं हिंसा की खबरें, सात लोगों की मौत
राज्यपाल ने अर्धसैनिक बलों की तैनाती कर हालातों को काबू में लाने की कोशिश की, लेकिन देर रात तक कुछ-कुछ इलाकों से हिंसा की खबरें आती रहीं। अभी तक की जानकारी के अनुसार, इस हिंसा में हेड कांस्टेबल रतन लाल समेत सात लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों में मोहम्मद फुरकान, शाहिद, राहुल सोलंकी और नजीम शामिल हैं। दो मृतकों की अब तक पहचान नहीं हो पाई है।
160 लोग हुए घायल
'न्यूज 18' के अनुसार, गुरु तेग बहादुर अस्पताल में गोली लगने से घायल 160 लोग इलाज कराने आए। वहीं फायर ब्रिगेड ने बताय कि आगजनी की 45 कॉल उनके पास आईं। इस दौरान तीन फायरकर्मियों घायल हुए और उनकी एक गाड़ी को जला दिया गया।
अमित शाह ने उपराज्यपाल और केजरीवाल के साथ बुलाई बैठक
हिंसा की लगातार आती खबरों के बीच गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार देर रात दिल्ली पुलिस प्रमुख अमूल्य पटनायक, इंटेलीजेंस ब्यूरो प्रमुख अरविंद कुमार और गृह सचिव अयज भल्ला के साथ बैठक की। ये बैठक करीब ढाई घंटे चली। उन्होंने आज भी दोपहर 12 बजे केजरीवाल और उपराज्यपाल अनिल बैजल के साथ एक बैठक बुलाई है। केजरीवाल भी हिंसा से प्रभावित इलाकों के विधायकों के साथ बैठक कर रहे हैं और उन्होंने सभी से शांति की अपील की है।