अगले महीने होगा राफेल विमानों का इंडक्शन समारोह, फ्रांस के रक्षा मंत्री हो सकते हैं शामिल
क्या है खबर?
राफेल विमानों के भारत आगमन से देश के सैन्य इतिहास में नए युग का सूत्रपात हो चुका है। इन विमानों को बड़ी सादगी के साथ वायु सेना के बेड़े में शामिल किया गया था।
हालांकि, वायु सेना ने अब 10 सितंबर को इन्हें आधिकारिक रूप से अपने बेडे में शामिल करने के लिए इंडक्शन (प्रवेश) समारोह आयोजित करने का निर्णय किया है।
इस समारोह में फ्रांस के रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पारेल के भी शामिल होने की संभावना है।
मजबूती
फ्रांस के साथ रणनीतिक संबंधों को मजबूती देने का प्रयास
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार रक्षा सूत्रों ने बताया कि इंडक्शन समारोह में फ्रांस के रक्षा मंत्री को बुलाए जाने के पीछे भारत और फा्रंस के बीच रणनीतिक संबंधों को मजबूती देना प्रमुख कारण है।
समारोह के बाद फ्रांस के रक्षा मंत्री देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ बैठक भी करेंगे।
बता दें कि समारोह को लेकर फ्रांस के रक्षा मंत्री को निमंत्रण भेज दिया गया है और उन्होंने शामिल होने की उम्मीद जताई है।
जानकारी
समारोह में इनके भी शामिल होने की संभावना
रक्षा सूत्रों के अनुसार अंबाला एयरबेस पर आयोजित होने वाले इस इंडक्शन समारोह में दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों के अलावा देश के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत सहित अन्य प्रमुख सेना के अधिकारियों के शामिल होने की संभावना है।
राफेल
भारत पहुंच चुके हैं पांच राफेल लड़ाकू विमान
पांच राफेल लड़ाकू विमान 29 जुलाई को फ्रांस से भारत पहुंचे थे और देश में 24 घंटों के भीतर व्यापक प्रशिक्षण शुरू किया।
फ्रांसीसी मूल के लड़ाकू विमान वायु सेना के 17 गोल्डन एरो स्क्वाड्रन का हिस्सा हैं। लड़ाकू विमान पहले ही लद्दाख क्षेत्र में उड़ान भर चुके हैं और वो उस इलाके से परिचित हैं, जिस पर उन्हें देश के विभिन्न हिस्सों में उड़ान भरनी है।
भारत पहुंचे पांच विमानों में तीन सिंगल-सीट और दो ट्विन-सीट शामिल हैं।
विशेषता
यह है राफेल लड़ाकू विमानों की विशेषता
राफेल का रडार F-16 विमानों के मुकाबले बेहद मजबूत है और 100 किलोमीटर के दायरे में 40 टारगेट सेट कर सकता है।
इसके साथ ही खतरनाक और आधुनिक मिसाइलों से लैस राफेल 300 किलोमीटर दूर स्थित लक्ष्य को निशाना बना सकता है।
राफेल में लो लैंड जैमर, 10 घंटे तक की डाटा रिकॉर्डिंग और इजरायली हेलमेट वाली डिस्प्ले की सुविधा भी है।
राफेल कई खूबियों वाले रडार वॉर्निंग रिसीवर, इन्फ्रारेड सर्च और ट्रैकिंग सिस्टम जैसी क्षमताओं से भी लैस है।
समझौता
भारत को मिलने हैं कुल 36 राफेल विमान
गौरतलब है कि भारत और फ्रांस के बीच लगभग 59,000 करोड़ रुपये में 36 राफेल विमानों का समझौता हुआ है। इनमें से पांच विमानों का पहला जत्था भारत पहुंच चुका है।
अगले साल के अंत तक सभी 36 विमान वायुसेना के बेड़े में शामिल हो जाएंगे। इनमें से छह ट्रेनर विमान और 30 लड़ाकू विमान होंगे।
इनके आने से निश्चित तौर पर वायुसेना की ताकत में इजाफा होगा। राफेल 4.5 पीढ़ी का मीडियम मल्टी-रोल कॉम्बैट लड़ाकू विमान है।