
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी कोमा में, हालत में नहीं आया कोई सुधार
क्या है खबर?
अस्पताल में भर्ती पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की हालत नाजुक बनी हुई है।
कोरोना वायरस से संक्रमित मुखर्जी दिमाग की सर्जरी के बाद से वेंटिलेटर पर हैं। दिल्ली स्थित सेना के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में मुखर्जी की सर्जरी हुई थी।
अस्पताल की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि मुखर्जी की हालत में सुबह से कोई बदलाव नहीं दिखा है और वो कोमा में हैं। रक्त प्रवाह के लिहाज से उनकी हालत स्थिर है।
अफवाह
सोशल मीडिया पर फैलने लगी मुखर्जी के निधन की अफवाहें
जानकारी के मुताबिक, मुखर्जी की देखभाल कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि मंगलवार को पूर्व राष्ट्रपति की हालत पहले से और बिगड़ गई। फिलहाल उन्हें वेंंटिेलेटर पर रखा गया है।
इसी बीच सोशल मीडिया पर उनके निधन की अफवाह भी फैलने लगी।
उनके बेटे अभिजीत और बेटी शर्मिष्ठा ने इन अफवाहों का खंडन करते हुए कहा है कि उनके पिता की सेहत को लेकर सोशल मीडिया पर गलत अफवाहें चल रही हैं।
खंडन
मेरे पिता की सेहत के बारे में चल रही अफवाहें गलत- शर्मिष्ठा मुखर्जी
प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी ने ट्वीटर पर लिखा कि उनके पिता प्रणब मुखर्जी अभी जीवित हैं। उनकी सेहत को लेकर सोशल मीडिया पर कई जाने-माने पत्रकारों द्वारा कयास लगाए जा रहे हैं और फर्जी खबरें फैलाई जा रही हैं। इससे पता चलता है कि भारत में मीडिया फर्जी खबरों की फैक्ट्री बन गया है।
वहीं शर्मिष्ठा मुखर्जी ने लिखा उनके पिता की सेहत के बारे में चल रही अफवाहें गलत हैं।
ट्वीट
मेरे पिता के लिए जो सर्वश्रेष्ठ हो, ईश्वर वही करे- शर्मिष्ठा
इससे पहले बुधवार को शर्मिष्ठा मुखर्जी ने ट्वीट किया, 'पिछले साल 8 अगस्त का दिन मेरे लिए सर्वाधिक प्रसन्नता के दिनों में से एक था जब मेरे पिता को भारत रत्न मिला था। ठीक एक साल बाद 10 अगस्त को वह गंभीर रूप से बीमार हो गए।'
अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा,'मेरे पिता के लिए जो भी सर्वश्रेष्ठ हो, ईश्वर वह करें और मुझे आने वाले खुशी और दुख के क्षणों को समान रूप से सहने की शक्ति दे।
सेहत
मुखर्जी ने ट्वीट कर दी थी कोरोना संक्रमण की जानकारी
84 वर्षीय मुखर्जी ने सोमवार को ट्वीट कर बताया था कि किसी दूसरे काम के लिए अस्पताल में आने पर उनमें कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है।
उन्होंने बीते एक सप्ताह के दौरान अपने संपर्क में आए लोगों से खुद को आइसोलेट करने और कोरोना वायरस टेस्ट कराने की अपील की थी।
2012 से 2017 तक देश के राष्ट्रपति रहे कांग्रेस के पूर्व नेता प्रणब मुखर्जी का 2014 में दिल का ऑपरेशन भी हुआ था।