चीन के विवादित नक्शे पर विदेश मंत्री जयशंकर बोले- बेतुके दावों से इलाके किसी के नहीं होते
क्या है खबर?
चीन की ओर से हाल ही में जारी किए गए विवादित नक्शे को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि यह चीन की पुरानी आदत है।
G-20 शिखर सम्मेलन को लेकर NDTV से विशेष बातचीत में जयशंकर ने कहा कि बेतुके दावे करने से दूसरों के इलाके आपके नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि ऐसा करना उनकी (चीन की) पुरानी आदत है, अक्साई चीन और लद्दाख भारत का अभिन्न हिस्सा है।
बयान
सरकार का देश के हिस्सों को लेकर रुख साफ- जयशंकर
कार्यक्रम में जयशंकर ने कहा कि हमारी सरकार का हमारे क्षेत्रों को लेकर रुख पूरी तरफ साफ है। उन्होंने कहा कि चीन ने उन क्षेत्रों के साथ मानचित्र जारी किए हैं, जो उसके नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि भारत के कुछ हिस्सों के साथ मानचित्र जारी करने से कुछ नहीं बदलेगा, चीन पहले भी नक्शे जारी करता रहा है और उसके दावों से कुछ नहीं होता।
उन्होंने कहा कि वे इलाके भारत का हिस्सा हैं।
विवाद
क्या है मामला?
चीन के एक मंत्रालय ने 28 अगस्त को देश का आधिकारिक मानचित्र जारी किया था, जिसमें चीन ने अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चीन को अपने क्षेत्र में दिखाया है। उसने ताइवान और विवादित दक्षिण चीन सागर को भी अपने क्षेत्र में दिखाया है।
यह मानचित्र प्राकृतिक संसाधन मंत्रालय की ओर से मानक मानचित्र सेवा की वेबसाइट पर भी जारी किया गया है।
मानचित्र के सामने आने के बाद कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों ने चीन की आलोचना की है।