उत्तर प्रदेश: पूछताछ के बाद व्यापारी की मौत, पुलिस थाने के खिलाफ दर्ज हुई FIR
उत्तर प्रदेश में एक पुलिस थाने के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। दरअसल, अमेठी पुलिस मंगलवार रात तीन बजे एक व्यापारी सत्य प्रकाश शुक्ला को पूछताछ के लिए लेकर आई थी। 52 वर्षीय व्यापारी की पूछताछ के बाद मौत हो गई। पुलिस को कुछ दिन पहले अमेठी में हुई बैंक मैनेजर से लूट की घटना में व्यापारी की संलिप्ता पर शक था। इसके चलते पुलिस व्यापरी से पूछताछ कर रही थी। जानिये यह पूरा मामला।
व्यापारी का है आपराधिक रिकॉर्ड
अमेठी में बैंक मैनेजर से 26 लाख रुपये लूटे गए थे। पुलिस ने कहा कि व्यापारी का आपराधिक रिकॉर्ड है और वह पहले भी ऐसी वारदातों में शामिल रहा है। ऑटोमोबाइल पूर्जे बेचने वाले 52 वर्षीय व्यापारी को पूछताछ के लिए अमेठी के पीपरपुर पुलिस स्टेशन ले जाया गया था। व्यापारी के साथ थाने जाने वाले उनके बेटे ने कहा कि पुलिस ने उनके पिता पर वारदात में शामिल होने की बात स्वीकार करने के लिए दबाव बनाया था।
व्यापारी के बेटे ने लगाया पुलिस पर जहर देने का आरोप
व्यापारी के बेटे ने बताया कि पुलिस वालों ने उसके पिता के साथ मारपीट की और उन्हें जहर दे दिया। वहीं अमेठी पुलिस कप्तान ने पुलिस द्वारा किसी प्रकार के उत्पीड़न की बात से मना किया है। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि पुलिस व्यापारी के घर पहुंचती, इससे पहले ही उसने कुछ ऐसा खा लिया था, जिससे जहर बन गया। पुलिस ने कहा कि जब व्यापारी ने बैचेनी की शिकायत की तो वो उसे अस्पताल लेकर गई थी।
पुलिस थाने के खिलाफ FIR
सरकारी अस्पताल द्वारा सुबह 7:30 बजे तैयार रिपोर्ट में लिखा गया है कि मृतक ने लगभग 6 से 7 घंटे पहले किसी अज्ञात पदार्थ को निगल लिया था। पुलिस ने कहा कि उन्होेंने थाने आने से पहले यह पदार्थ खाया है। मामले में दर्ज की गई FIR में पीपरपुर पुलिस थाने और अमेठी पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप को आरोपी बनाया गया है। इसमें किसी व्यक्ति का नाम नहीं लिया गया है।
SP ने दिए मामले की जांच के आदेश
अमेठी पुलिस प्रमुख ख्याति गर्ग ने कहा, "शुक्ला पहले बैंक लूट और वाहन चोरी मामले में आरोपी था। उसके खिलाफ पुराने आपराधिक रिकॉर्ड को देखते हुए हम उसे पूछताछ के लिए लेकर आए थे। वह अपने दो बेटों के साथ पुलिस थाने आया था। जब उसे बेचैनी की शिकायत हुई तो अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि जहर खाने का मामला लगता है। मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं।"
पुलिस की बात से संतुष्ट नहीं मृतक का परिवार
पुलिस की इस बात से मृतक व्यापारी के परिजन संतुष्ट नहीं हैं। उनका आरोप है कि पुलिस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है। व्यापारी के भाई ओम प्रकाश शुक्ला ने कहा कि पुलिस उनके भाई को धमकी दे रही थी। पुलिस उनसे लूटा हुआ पैसा वापस करने का दबाव बना रही थी। ओम प्रकाश ने कहा कि डॉक्टर के पास जाते समय उनका भाई बोल रहा था कि पुलिस ने उसे कुछ खिला दिया है।