हरियाणा: सिरसा में पुलिस ने हटाया किसानों का धरना, योगेंद्र यादव समेत 100 अन्य हिरासत में
केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानूनों का पंजाब और हरियाणा में जमकर विरोध हो रहा है। मंगलवार को हरियाणा के सिरसा में 17 किसान संगठनों ने विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था। इसमें हजारों की संख्या में जुटे किसान सिरसा-बरनाला राजमार्ग स्थित भूमणशाह चौक पर धरने पर बैठ गए। बुधवार को पुलिस ने इस धरने को हटा दिया और स्वराज इंडिया पार्टी के अध्यक्ष योगेंद्र यादव, हरियाणा किसान मंच अध्यक्ष प्रहलाद सिंह सहित 100 अन्य को हिरासत में ले लिया।
कृषि कानूनों के विरोध में सिरसा में जुटे थे किसान
हरियाणा के सिरसा में 17 किसान संगठनों के आव्हान पर 20 हजार किसान इकट्ठा हुए थे। इसमें योगेंद्र यादव, हरियाणा किसान मंच के प्रमुख प्रहलाद सिंह और अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के वीएम सिंह भी शामिल हुए थे। दोपहर में किसानों मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने के लिए मार्च निकाला था, लेकिन 500 मीटर पहले ही पुलिस ने उन्हें रोक लिया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस और वॉटर कैनन का भी इस्तेमाल किया था।
किसानों ने विरोध स्वरूप भूमणशाह चौक पर दिया धरना
पुलिस के बल प्रयोग करने के बाद किसानों ने शाम को भूमणशाह चौक पर पड़ाव डालने का ऐलान कर दिया। उसके बाद किसानों ने वहीं पर लंगर लगाया और रात को वहीं पर सोए। योगेंद्र यादव, प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा सहित अनेक किसान नेता भी धरनास्थल पर रुके रहे। किसान नेताओं ने ऐलान किया कि जब तक उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला और बिजलीमंत्री सरकार से इस्तीफा देकर उनके साथ नहीं आते हैं, तब तक उनका धरना जारी रहेगा।
पुलिस ने बलपूर्वक धरना हटवाकर यातायात कराया सुचारू
सिरसा पुलिस उपायुक्त (DCP) कुलदीप सिंह ने बताया कि सुबह उनके और उपखंड अधिकारी डॉ जयवीर यादव नेतृत्व में भूमणशाह चौक पहुंची पुलिस ने बलपूर्वक धरना हटवा दिया। इस दौरान करीब 100 किसान नेताओं और किसानों को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन पहुंचाया। पुलिस ने धरनास्थल पर बिछाई गई दरियां, मैट आदि जब्त कर लिए और राजमार्ग पर यातायात सुचारू करा दिया। इस दौरान किसानों को दुबारा धरना स्थल पर नहीं आने की चेतावनी भी दी गई।
दुबारा धरने पर बैठने को लेकर योगेन्द्र यादव को हिरासत में लिया- सिंह
DCP सिंह ने बताया कि करीब आधा घंटे बाद योगेंद्र यादव धरनास्थल पर पहुंचे और वहीं धरना देने की बात कही। इसके बाद वह अपने पांच-छह साथियों के साथ चौक पर धरने पर बैठ गए। बाद में पुलिस ने उन्हें भी हिरासत में ले लिया।
धरने को दशहरा मैदान पर शिफ्ट करने का दिया था विकल्प- सिंह
DCP सिंह ने बताया कि उन्होंने किसान नेताओं को धरने को दशहरा मैदान और उपायुक्त कार्यालय के पास स्थित खाली जमीन पर शिफ्ट करने का विकल्प दिया था, लेकिन किसानों ने उसे ठुकरा दिया। उन्होंने कहा कि राजमार्ग पर धरने से यात्रियों को खासी परेशानी झेलनी पड़ रही थी। इसके बाद पुलिस ने मजबूरन धरना हटवा दिया और विरोधियों को बसों और अन्य पुलिस वाहनों में बिठाकर पुलिस लाइन पहुंचा दिया गया। राजमार्ग खुलने से यात्रियों को राहत मिली है।
किसानों से सवालों से बौखला गई है हरियाणा सरकार- यादव
हिरासत में लिए जाने के बाद योगेंद्र यादव ने कहा कि हरियाणा पुलिस ने उन्हें सिरसा में एक शांतिपूर्ण धरने में शामिल होने को लेकर हिरासत में लिया है। पुलिस ने धरना स्थल को ध्वस्त करते हुए 100 किसानों को हिरासत में ले लिया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार किसानों के सवालों से बौखला गई है और असंतोष को खत्म करने के लिए बल प्रयोग करने पर उतर आई है। उन्होंने कहा किसानों की यह लड़ाई बड़ी होगी।
किसानों ने दी अनिश्चितकालीन धरने की चेतावनी
किसान नेताओं ने कहा कि वह अनिश्चितकालीन धरना देकर सरकार को तीनों किसान कानून वापस लेने के लिए मजबूर करेंगे। पुलिस और प्रशासन उनके धरने को हटा सकता है, लेकिन उनका आंदोलन आगे भी जारी रहेगा। हरियाणा भारतीय किसान यूनियन के प्रमुख गुरनाम सिंह ने कहा दिवंगत नेता देवीलाल किसानों के लिए लड़ते थे, लेकिन रंजीत चौटाला और दुष्यंत चौटाला दोनों किसानों के हितों की अनदेखी कर सत्ता सुख भोगने में लगे हैं।