हरियाणा: ट्रक ने दिल्ली जा रहे किसानों के ट्रैक्टर-ट्रॉली को मारी टक्कर, एक किसान की मौत
हरियाणा के भिवानी जिले के मुंढाल गांव में तेज गति से आ रहे ट्रक की टक्कर लगने से एक किसान की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। ये किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली पर सवार होकर दिल्ली जा रहे थे। इसी दौरान शुक्रवार सुबह एक तेज रफ्तार ट्रक ने इनकी ट्रॉली में टक्कर मार दी। मृतक किसान की पहचान पंजाब के मानसा जिले के रहने वाले तन्ना सिंह के रूप में हुई है।
सुबह करीब 5:30 बजे हुआ हादसा
भिवानी पुलिस ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि यह हादसा सुबह लगभग 5:30 बजे हुआ, जब किसान कृषि कानूनों का विरोध करने के लिए दिल्ली जा रहे थे। पुलिस ने बताया कि जब किसान मुंढाल के पास पहुंचे तो तेज गति से आ रहे एक ट्रक ने उनकी ट्रॉली को टक्कर मार दी। इससे एक किसान की मौके पर ही मौत हो गई और दो अऩ्य घायल हो गए। घायलों को अस्पताल ले जाया गया है।
किसानों ने लाश सौंपने से किया इनकार
हादसे के बाद दिल्ली जा रहे अऩ्य किसान भी घटनास्थल पर इकट्ठे हो गए। पुलिस ने बताया कि किसानों ने मृतक की लाश सौंपने से इनकार कर दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। बता दें, केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ मुख्यत: पंजाब और हरियाणा के किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी कड़ी में किसान संगठन पंजाब और हरियाणा के हजारों किसानों के साथ दिल्ली की तरफ मार्च कर रहे हैं।
किसानों ने हाइवे पर गुजारी रात
बीते दिन सुबह से चले किसानों ने हरियाणा में हाइवे पर अपनी रात गुजारी। हरियाणा से चले किसानों का एक बड़ा समूह दिल्ली सीमा से 65 किलोमीटर दूर दिल्ली-चंडीगढ़ हाइवे पर पानीपत टोल प्लाजा पर डेरा डाले हुए हैं। वहीं पंजाब के किसानों का एक समूह इसी हाइवे पर दिल्ली सीमा से लगभग 100 किलोमीटर दूर करनाल में रुका हुआ है। किसानों का एक और समूह सिरसा-दिल्ली हाइवे पर बहादुरगढ़ के पास पहुंच गया है।
रोहतक-झज्जर रोड पर भी किसान मौजूद
रोहतक-झज्जर रोड भी पर भी भारी संख्या में किसान मौजूद हैं। ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में सवार ये किसान दिल्ली जाने की कोशिश कर रहे हैं। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए यहां पुलिसबल भी तैनात किया गया है।
रोहतक-झज्जर रोड पर मौजूद किसान
संघू बॉर्डर पर पहुंचा किसानों का समूह
किसानों का एक समूह सिंघू बॉर्डर (हरियाणा-दिल्ली बॉर्डर) के पास पहुंच गया है। यहां से किसानों को वापस भेजने के लिए पुलिस ने उन पर आंसू गैस के गोले दागे हैं। मार्च को रोकने के लिए यहां भारी बैरिकैडिंग की गई है। यहां मौजूद एक किसान ने बताया कि वो शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं और शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली जाएंगे। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में लोगों को प्रदर्शन करने की इजाजत होनी चाहिए।